
IMD Monsoon Update: करीब 8-9 दिन से मानसून पर लगे ब्रेक ने बरसात का हिसाब-किताब गड़बड़ा दिया है। जुलाई महीने के अंत तक जहां प्रदेश के सभी जिलों में औसत से अधिक बरसात हो चुकी थी, अब दक्षिणी राजस्थान के ज्यादातर जिले बारिश की कमी झेल रहे हैं। नौ जिले ऐसे हैं जिनमें अब तक औसत से कम बरसात हुई है। डूंगरपुर, बांसवाड़ा, बारां और झालावाड़ में 20 फीसदी कम बारिश हुई है। वहीं लोगों को 10 दिन और बरसात का इंतजार करना पड़ सकता है। तब तक बारिश की कमी झेलने वाले जिलों की सूची में कुछ और जिले शामिल हो जाएंगे। वहीं मौसम विभाग ने किसानों को सिंचाई की व्यवस्था करने की सलाह दी है। पर्याप्त सिंचाई के अभाव में फसलों को नुकसान पहुंचने की भी आंशका है।
ट्रफ लाइन ऊपर खिसकी, इसीलिए नहीं हो रही बरसात
मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार मानसून की ट्रफ लाइन अपने सामान्य स्थान से उत्तर की ओर (हिमालय की तरफ) खिसक गई है। जिसके कारण हिमालय रीजन के राज्यों में अच्छी बरसात हो रही है। वहीं पश्चिमी व मध्य भारत बरसात की कमी झेल रहे हैं। ट्रफ लाइन एक कम दबाव का क्षेत्र है जो बंगाल की खाड़ी से एक सीधी रेखा के रूप में पाकिस्तान तक फैला रहता है। सामान्य स्थिति में यह उड़ीसा, झारखण्ड, उत्तरी छतीसगढ़ व मध्यप्रदेश, दक्षिणी उत्तरप्रदेश, दिल्ली और राजस्थान के ऊपर होती है। इस रेखा के इर्द-गिर्द ही मानसून की अच्छी बारिश होती है। ट्रफ लाइन के दक्षिण यानी नीचे की तरफ सरकने पर देश के अधिकांश हिस्सों में मूसलाधार बारिश चलती है जबकि उत्तर की तरफ सरकने पर हिमालच के तलहटी क्षेत्रों में ही बारिश होती है। देश के अधिकांश हिस्सों में सूखा रहता है, जिसे सामान्यत: मानसून का ब्रेक कहते हैं।
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मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार अगले एक सप्ताह राज्य के अधिकांश भागों में मानसून कमजोर रहेगा। 16 अगस्त को भरतपुर संभाग व 17 अगस्त को कोटा संभाग के कुछ भागों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। शेष अधिकतर भागों में मौसम शुष्क रहेगा। वहीं पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर व जोधपुर संभाग 10 दिन मानसून पर ब्रेक रहेगा।
मानसून का अहम महीना सूखा
चार महीने का मानसून सीजन जून से ही शुरू हो जाता है। प्री मानसून बारिश भी इसी में गिनी जाती है। चार महीने के समय में सबसे अहम महीना अगस्त ही होता है। अहम महीना ही इस बार सूखा बीत रहा है। वहीं सितम्बर के अंतिम महीने में मानसूनी हवा पीछे हटनी शुरू हो जाती है इसे मानसून का लौटना कहते हैं।
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इन जिलों में औसत से कम हुई बरसात
जिला ------ वास्तविक बारिश ---- औसत बारिश ---- कमी (प्रतिशत में)
बांसवाड़ा ----- 440.6 ---------- 549.1 -------------- (-20)
बारां --------- 355.6 ----------- 543.4 --------------- (-35)
बूंदी --------- 377.9 ---------- 423.8 ----------------- (-11)
चित्तौड़गढ़ ---- 401.7 -------- 458.9 ----------------- (-12)
धौलपुर ------- 355.5 ------- 360.7 ------------------ (-1)
डूंगरपुर ------- 349.6 ------- 444 --------------------- (-21)
झालावाड़ ----- 415.8 ------- 550.3 ----------------- (-24)
कोटा --------- 427.7 -------- 475.9 ---------------- (-10)
प्रतापगढ़ ----- 483.6 ------- 564.1 ---------------- (-14)
... प्रदेश में यह स्थिति
स्थान ------ वास्तविक बारिश ---- औसत बारिश ---- कमी या वृद्धि (प्रतिशत में)
राजस्थान ---- 395.2 ------------- 283.8 ------------- 39
पूर्वी राजस्थान --- 457.2 --------- 403.8 ------------ 13
पश्चिमी राजस्थान -- 345.7 -------- 188.4 ----------- 84
Published on:
13 Aug 2023 07:40 am
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