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अपनों का टिकट काटा, परायों पर जताया विश्वास

कोटा की सियासत में रविवार को नहीं कहानी गढ़ गई है। दो दिन पहले जो प्रत्याशी कांग्रेस में प्रमुख दावेदारों में शुमार थे, वह बनते-बिगड़ते राजनीति के नए समीकरणों में भाजपा से टिकट पाने में कामयाब हो गए हैं। दो दिन चले राजनीतिक के इस घटनाक्रम को अप्रत्याशित माना जा रहा है।

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कोटा

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Deepak Sharma

Nov 19, 2018

kota news

cartoon , Kicking the tickets of the people, trusting on the other side

कोटा - भाजपा ने लाडपुरा से कल्पना देवी को, पीपल्दा से ममता शर्मा को उतारा- राजावत व नंदवाना का पत्ता साफ- भाजपा और कांग्रेस ने लाडपुरा और पीपल्दा में पैराशूट उतारेकोटा। कोटा की सियासत में रविवार को नहीं कहानी गढ़ गई है। दो दिन पहले जो प्रत्याशी कांग्रेस में प्रमुख दावेदारों में शुमार थे, वह बनते-बिगड़ते राजनीति के नए समीकरणों में भाजपा से टिकट पाने में कामयाब हो गए हैं। दो दिन चले राजनीतिक के इस घटनाक्रम को अप्रत्याशित माना जा रहा है।

भाजपा ने विधायकों और एक दर्जन दावेदारों को दरकिनार करते हुए लाडपुरा से पूर्व सांसद और पूर्व राजपरिवार की सदस्य कल्पना देवी को तथा पीपल्दा से कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री व महिला आयोगा की पूर्व अध्यक्ष ममता शर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है। दोनों ही नए चेहरे है। दोनों ही सीटों में दोनों ही दलों में पैराशूट प्रत्याशी होने के कारण भीतरघात की आशंका है। पीपल्दा के मौजूदा विधायक विद्याशंकर नंदवाना ने निर्दलीय टिकट लडऩे का ऐलान कर दिया है।

लाडपुरा :

दोनों ही दलों में पैराशूट महिला प्रत्याशी आमने-सामनेभाजपा ने लम्बी जद्दोजहद और तगड़े विरोध के बीच रविवार शाम को कल्पना देवी को लाडपुरा को प्रत्याशी बना दिया है। कांग्रेस ने भी गुलनाज को प्रत्याशी बनाया है। हाड़ौती में यह अकेली सीट है जिस पर दोनों ही पार्टी से महिला प्रत्याशी आमने-सामने हैं। पार्टी ने कल्पना देवी को भले ही मैदान में उतार दिया है, लेकिन अभी तक वें पार्टी के प्राथमिक सदस्य तक नहीं है।

पार्टी के वरिष्ठ नेता दिखावटी तौर पर भले ही कल्पना देवी के साथ दिखेंगे, लेकिन भीतरघात की आशंका है। इस सीट से भाजपा से आधा दर्जन से अधिक दावेदार थे और दो साल से जमीनी स्तर पर तैयारी में जुटे हुए थे। उप महापौर सुनीता व्यास, हितेन्द्र शर्मा, लोकेन्द्रसिंह राजावत, प्रकाश जैन दीपपुरा ने भी बगावती तेवर अपना लिए हैं। कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट कह दिया कि 15 से 25 साल पार्टी को सींच रहे हैं, ऐसे में कैसे पैराशूट प्रत्याशी को चलने देंगे।

हालांकि कांग्रेस की प्रत्याशी भी यहां पैराशूट ही है। --कार्यकर्ताओं की भावनों को बेदर्दी से कुचला : राजावतपार्टी ने पैराशूट प्रत्याशी उतार कर कार्यकर्ताओं की भावना को बेदर्दी से कुचल दिया है। पैराशूट प्रत्याशी उतारकर कार्यकर्ताओं की भावना को बेदर्दी से कुचल दिया है। इससे बड़ा कोई दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय नहीं हो सकता है। पार्टी को कार्यकर्ताओं की भावना के अनुरूप निर्णय करना चाहिए था। मैंने पहले ही कर दिया था कि यह मेरी जीवन का आखिरी चुनाव है। कार्यकर्ता चाहते थे कि मैं एक बार और चुनाव लडू। मैं निर्दलीय चुनाव नहीं लडूंगा, अंतिम सांस तक पार्टी की सेवा करता रहूंगा। भवानीसिंह राजावत मौजूदा विधायक लाडपुरा

पीपल्दा :

दोनों ही पैराशूट बूंदी से आ धमकेदो दिन पहले ममता शर्मा का कांग्रेस में बड़ा नाम था। वें बूंदी से अपने बेटे को प्रत्याशी बनाने की मांग कर रही थी, टिकट नहीं मिलने पर रविवार को भाजपा का दामन थामा और कुछ पल में ही मौजूदा विधायक विद्याशंकर नंदवाना का पत्ता साफ कर टिकट लेकर आ गईं। ममता शर्मा को प्रत्याशी बनाने को स्थानीय लोग भी स्वीकार नहीं कर रहे हैं। नंदवाना के अलावा भी आधा दर्जन प्रमुख दावेदार यहां दावेदारी जता रहे थे।

कांग्रेस ने भी बूंदी के पूर्व विधायक रामनारायण मीणा को प्रत्याशी बनाया है। भाजपा और कांग्रेस के दोनों ही प्रत्याशियों का पैराशूट बूंदी से पीपल्दा उतारा है। दोनों ही प्रत्याशियों का विरोध हो रहा है।

राहुल गांधी भाजपा ज्वाइन कर लें तो हम जैसे कर भी क्या सकते हैंवर्तमान राजनीतिक व्यवस्था को इसके लिए जिम्मेदार है। 'राहुल गांधी अगर भाजपा ज्वाइन कर लें तो हम जैसे भाजपा कार्यकर्ता कर भी क्या सकते हैं। मुझे सुबह टिकट कन्फर्म कर दिया गया था। बाद में ममता शर्मा भाजपा ज्वाइन करती हैं और शाम को इन्हें टिकट कन्फर्म कर दिया जाता है। इस सबके लिए वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था ही जिम्मेदार है। वे सोमवार को निर्दलीय के रूप में नामंकन दाखिल करेंगे। विद्याशंकर नंदवाना मौजूदा विधायक पीपल्दा