राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय की ओर से अंतरराष्ट्रीय संस्था टेड एक्स के संयोजन से टेड एक्स आरटीयू- 2023 का आयोजन रंगबाड़ी िस्थत यूआईटी ऑडिटोरिय में आयोजित किया। कुलपति प्रो. एस .के. सिंह व अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस मौके पर कुलपति सिंह ने कहा कि टेड एक्स ने विभिन्न विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया और लोगों को जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रोत्साहित किया।कार्यक्रम में इमेज डिजाइनर गुरप्रीत कौर ने कहा कि व्यक्ति को अपनी तुलना किसी से नहीं करनी चाहिए। हर व्यक्ति अपने आप में अलग विशेषता रखता है। वह अपने गुण को पहचाने और दृढ़ निश्चिय कर लक्ष्य की ओर बढ़े तो हमें सफलता मिलती है। असली सुंदरता तो मन की होती है। अच्छे कार्य करें और बढ़ते रहे। उन्होंने खुद का भी उदाहरण पेश किया।
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साफ्टवेयर इन्जीनियर संतोष निमानी ने बताया कि प्रत्येक 5 में से 2 व्यक्त अंतर्मुखी होते हैं। आज के दौर में इस तरह के लोगों को खास प्राथमिकता नहीं दी जाती है, लेकिन यह धारणा गलत है। खुद का अपने आपको देखे और संवारें। अंतर्मुखी होना भी बुरा गुण नहीं है।राजस्थानी गायिका व यूट्यूबर रतन चौहान ने कहा कि लोग आपको देखकर क्या कहते है, इस बात की परवाह नहीं करें। खुद अपनी पहचान बनाए। चौहान ने भी खुद को लेकर लोगों के विचार साझे किए। उन्होंने कहा कि शुरू में बहुत अजीब लगता था, लेकिन अब मैंने उन सब बातों को मान कर लिया है जो लोग मेरे बारे में सोच रहे हे, कह रहे है, वो ठीक हैं। क्योंकि दूसरों का दृष्टकोण भी अपको निखारने का कार्य करता है।
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हार के बाद ही जीत है…
एवरेस्ट फतेह विजेता भावना डेहरिया ने बताया कि सफलता के मार्ग में कई बाधाएं सामने आती है, लेकिन हमें इन बाधाओं से हारना नहीं चाहिए। यदि हार गए तो अपना सपना कभी पूरा नहीं कर सकेंगे। डेहरिया दुनिया की सबसे ऊंची चोटी को फतह करने वाली अपने राज्य मध्यप्रदेश की पहली महिला पर्वतारोही है। विश्व के सात में से पांच महाद्वीपों के सबसे ऊंचे शिखरों पर क्लाइंब कर भारतीय तिरंगा फहराया है।
पीड़ित मानवता को नया आयाम मिला
विशिष्ट अतिथि कोटा के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सुरेश पाण्डेय ने कहा कि जिद, जूनून व सतत प्रयास से दुनिया में अनेकों अविष्कार हुए हैं। जिनके माध्यम से पीड़ित मानवता को नया आयाम मिला है। नेत्र चिकित्सा जगत में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान घायल पायलट का उपचार करते समय सर हैरोल्ड रिडली को कृत्रिम लैंस प्रत्यारोपण का विचार आया और आज कृत्रिम लैंस प्रत्यारोपण से विश्वभर में दो करोड़ से अधिक मोतियाबिंद ऑपरेशन किए जाते है। कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि डीन प्रो.ए.के. द्विवेदी, विपिन कुमार शर्मा, विनीत सिंह रहे।
इन्होंने भी दिया मोटिवेशन स्पीच
कार्यक्रम में वाइब्रेंट एकेडमी के संस्थापक विकास गुप्ता ने विद्यार्थी जीवन को बेहतर बनाने, लाइव सूत्र की डाॅयरेक्टर मिताली जायसवाल ने सुसाइड फ्री इंडिया, यूपीएस के एक्टिंग डीन अभिषेक सिन्हा ने शिक्षा के पुनरुद्धार, सीए ध्रुपद पटेल ने एंटरप्रेन्योरशिप, सीएस अंकिता पटेल ने न्यू वेल्थ क्रिएशन पर, डॉ. साबिर भट्ट ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एंटरप्रेन्योरशिप, मेक इट इजी के सीईओ राहुल कोटियाल ने औसत दिमाग वाले व्यक्तित्व पर, आनंद जयसवाल ने अपने जीवन, डॉ. अभिमन्यु कुमावत ने मानसिक ऊर्जा को जागृत करने, तरुमीत सिंह बेदी ने साहित्य के महत्व, प्रसिद्ध भौतिक शिक्षक आशु घई ने शिक्षा पर विचार व्यक्त किए। आयोजन में बीट मेकर बैंड आदित्य गौतम, प्रखर गुप्ता ने अपनी मुख्य प्रस्तुति दीं। कार्यक्रम संयोजक मनोज वैष्णव एवं छात्र आयोजन समिति के मिंटू गोयल, आयुष गर्ग, हिमांशु गुप्ता,शिवम चौबीसा, जिग्नेश जोशी व अमन जयसिंह आयोजन में शामिल रहे।