कोटा. पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से हाड़ौती अंचल में शुक्रवार को मावठ गिरी। उसके बाद वातावरण में नमी आने से शनिवार व रविवार को घना कोहरा छाया रहा। शनिवार को दिनभर धूप नहीं खिली तो रविवार को भी दोपहर में कुछ देर के लिए हल्की धूप खिली। कड़ाके की सर्दी के चलते दिन में अलाव जल उठे।
कोटा शहर को भी सुबह घने कोहरे ने अपनी चादर में लपेट लिया। घने कोहरे के कारण सूरज की पहली किरण भी जमीन तक नहीं पहुंच पाई, जिससे पूरा दिन ठंडा और धुंधला बना रहा। घने कोहरे के कारण सड़क पर दृश्यता बेहद कम हो गई, जिससे वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों को हैडलाइट जलाकर सफर करना पड़ा। सर्दी के चलते लोग दिनभर गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आए। बच्चे व बुजुर्ग घरों से बाहर तक नहीं निकले। दुकानों के बाहर लोग अलाव जलाकर सर्दी से बचने का जतन करते नजर आए। कोहरे के चलते बाजारों में रौनक कम रही। कोटा शहर के अधिकतम व न्यूनतम तापमान में एक डिग्री का ही अंतर रहा। अधिकतम तापमान 9 डिग्री गिरकर 18.7 व न्यूनतम तापमान 3 डिग्री बढ़कर 17.4 डिग्री सेल्सियस रहा। विजिबिलिटी 500 मीटर रही। बीते 24 घंटे में 19.1 एमएम बारिश दर्ज की गई।
यह पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, 29 दिसबर से अगले 3-4 दिन राज्य के कुछ भागों में घने से अति घना कोहरा छाने की संभावना है।
हाड़ौती में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान, सर्वे के निर्देश
हाड़ौती में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है। कोटा जिले के रामगंजमंडी क्षेत्र में ओले गिरने से धनिये, सरसों को नुकसान हुआ है। इटावा और सुल्तानपुर में भी मामूली नुकसान हुआ है। उधर, सरकार ने ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का सर्वे करवाने के निर्देश दिए हैं। रामगंजमंडी क्षेत्र में झालावाड जिले की सीमा से लगी हुई पंचायतों में शुक्रवार शाम से रात तक बरसात के साथ ओलावृष्टि ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। गादिया, जुल्मी पंचायत क्षेत्र के गांवों में ओलावृष्टि हुई। इससे धनिये और सरसों में नुकसान हुआ। जुल्मी व लखारिया पंचायत में आने वाले खेतों में भी ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है।
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक आरके जैन ने बताया कि मावठ से फसलों को फायदा हुआ, जहां ओले गिरे है, वहां मामूली नुकसान की सूचना आई है। कृषि अधिकारियों और पर्यवेक्षकों को सर्वे के निर्देश दिए हैं। पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने शुक्रवार रात हुई ओलावृष्टि से हुए नुकसान के लिए अधिकारियों को सर्वे करने के निर्देश दिए। उन्होंने कलक्टर को निर्देशित किया कि फसलों के नुकसान के लिए तुरंत सर्वे कराया जाए।