
Kota police use cloud computing security software
24 घंटे से ज्यादा की ड्यूटी... पूरे शहर में जलसा और कुछ ना सुनाई देने वाले शोर में शामिल लाखों की भीड़ को सुरक्षा देने में पुलिस के पास मौजूद सारे इंतजाम हांफ जाते हैं...डिस्चार्ज हो चुकीं बैटरियां वायरलेस सेट को कबाड़ में तब्दील कर देती हैं और भीड़ के बीच क्रूसियल पाइंट पर तैनात पुलिस कर्मियों तक जरूरी मैसेज नहीं पहुंच पाते। नतीजन, पूरे जलसे के दौरान पुलिसकर्मियों की जान आफत में पड़ी रहती है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अनन्त चतुर्दशी के मौके पर कोटा की पुलिस राजस्थान में पहली बार क्लाउड कंप्यूटिंग बेस्ड सिक्योरिटी सिस्टम का इस्तेमाल करने जा रही है। जिससे 3 हजार से ज्यादा पुलिस कर्मियों के बेड़े को पलक झपकते ही हर जरूरी मैसेज पहुंचाया जा सकेगा।
कोटा के सबसे बड़े आयोजन अनन्त चतुर्दशी जुलूस में पुलिस ने अबकी बार सुरक्षा का हाईप्रोफाइल 'बन्दोबस्त' किया है। कोटा पुलिस ने सुरक्षा इंतजामों को डिजिटलाइज और हाईटेक बनाने के लिए अभी तक मेगा डिजास्टर मैनेजमेंट में इस्तेमाल होने वाली क्लाउड कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजी पर बेस्ड मोबाइल मैसिजिंग सॉफ्टवेयर 'बंदोबस्त' तैयार कराया है। इस सॉफ्टवेयर के जरिए 3 हजार से ज्यादा पुलिस कर्मियों के बेड़े की हर एक्टिविटी पर नजर रखने के साथ ही पलक झपकते ही हर जरूरी आदेश पहुंचाए जा सकेंगे।
पुलिस कर्मियों का डाटा होगा फीड
क्लाउड कंप्यूटिंग सिस्टम को इस्तेमाल करने के लिए कोटा पुलिस ने बंदोबस्त नाम से एक सॉफ्टवेयर तैयार करवाया है। इस सॉफ्टवेयर में सभी पुलिस कर्मियों का नाम, मोबाइल नंबर, पद और उम्र का डेटा दर्ज किया गया है। इसके बाद पूरे डेटा को ड्यूटी के दौरान तैनाती स्थल और रैंक के हिसाब से सेक्टरबार कई हिस्सों में बांटा गया है। आखिर में इस सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर को मास्टर सॉफ्टवेयर 'स्टाफ मास्टर' से जोड़ा गया है। जिसके जरिए ड्यूटी ऑर्डर जारी किए जाएंगे।
ऐसे होगा 'बंदोबस्त'
कोटा पुलिस ने अनन्त चतुर्दशी महोत्सव की डिजिटल रूट प्लान तैयार किया है। हर रूट के ड्यूटी पाइंट और वहां तैनात होने वाले कर्मचारियों का सेक्टर वाइज डाटा क्लाउड कंप्यूटिंग सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर 'बंदोबस्त' पर अपलोड़ कर दिया जाएगा। जिसके जरिए आईजी और एसपी अपने दफ्तर में बैठकर ही देख सकेंगे कि कौन सा पुलिस कर्मी कहां तैनात है। जीपीएस सिस्टम से लैस होने के कारण जुलूस में तैनात कर्मचारियों की पूरी लोकेशन ट्रेक होती रहेगी। ड्यूटी ऑर्डर से लेकर हर जरूरी मैसेज इसी सॉफ्टवेयर के जरिए पुलिस कर्मियों तक पहुंचाया जाएगा।
वॉइस और टेक्स्ट मैसेज की होगी सुविधा
इस सॉफ्टवेयर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि 'मास्टर स्टाफ' की ओर से वॉइस मैसेज जारी होते ही यह सिस्टम से जुड़े हर पुलिसकर्मी के पास तत्काल पहुंच जाएगा। पहले वॉयरलेस की तरह वॉइस मैसेज जाइगा। यदि पुलिसकर्मी उसे रिसीव नहीं कर पाया तो टेक्स्ट मैसेज जाएगा। यह मैसेज हर एक सैकिंड पर तब तक आते रहेंगे जब तक संबंधित पुलिस कर्मी उसे देख नहीं लेता। दूसरी खासियत यह है कि आला अफसर रैंक और सेक्टरबार अलग-अलग मैसेज जारी कर सकेंगे।
हर बड़े आयोजन में होगा इस्तेमाल
कोटा के एसपी सिटी अंशुमान भौमिया बताते हैं कि पुलिस मुख्यालय से जाप्ते की डिमांड भी इस बार इसी सॉफ्टवेयर के जरिए की गई है। अनंत चतुर्दशी के जुलूस में सुरक्षा इंतजाम देखने वाले 3 हजार पुलिस कर्मियों को बंदोबस्त नाम के इसी सॉफ्टवेयर से हर आदेश और निर्देश मोबाइल पर मैसेज किए जाएंगे। भविष्य में होने वाले हर बड़े आयोजन में इसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाएगा।
Updated on:
03 Sept 2017 10:17 am
Published on:
03 Sept 2017 10:14 am
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