रामगंजमंडी तहसील के ऊंडवा गांव में काफी समय से ये पक्षी आ रहे हैं। तालाब में पानी रीतने पर ये यहां से पलायन कर जाते हैं।
यहां आने वाले पक्षियों में हेडेड हंस तिब्बत, काजिकिस्तान, मंगोलिया, रुस से दक्षिण की ओर पलायन करते हुए पहुंचते हैं। ये पक्षी सबसे अधिक ऊंचाई पर उडऩे वाले पक्षियों में शुमार बताए जाते हैं।
गांव के बुजुर्गाों का कहना है कि ऊंडवा के तालाब में जब पानी का भराव रहता था तो काफी संख्या में प्रवासी पक्षी यहां आते थे।
यह तालाब एक तरफ राजस्थान की सीमा को जोड़ता है तो दूसरा हिस्सा मध्यप्रदेश तक जाता है। साढ़े तीन सौ बीघा के इस तालाब में बारिश के दिनों में पानी की खूब आवक होती है लेकिन सीपेज के कारण सर्दी के मौसम में तालाब रीत जाता है।
तालाब पर आने वाले विदेशी व देशी पक्षियों में कई ऐसी प्रजाति के हैं जिन्हें यहां बारह माह नहीं देखा जाता।
पक्षियों की गतिविधियां लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनी हुई हैं।