कोटा. कोटा रेल मंडल के गुडला स्टेशन के निकट शनिवार सुबह 6.26 बजे को एक ट्रेन से दूसरी ट्रेन तेज गति से जा टकराई। इससे 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि 45 लोग घायल हो गए। सूचना मिलते ही रेल प्रशासन व आपदा बचाव दल के लोग मौके पर पहुंचे और बीचबचाव का कार्य शुरू किया। यह दृश्य था रेलवे व एनडीआरएफ बचाव दल की ओर से रेल दुर्घटना के तहत किए जाने वाले बचाव कार्य के संयुक्त फुल स्केल मॉक ड्रिल अभ्यास का।
दरअसल, रेलवे प्रशासन व बचाव दल की ओर से शनिवार को संयुक्त अभ्यास किया गया। इसके तहत गुडला स्टेशन के निकट काल्पनिक गाड़ी संख्या 09852 अप के 2 कोच अवपथित होकर एक दूसरे के ऊपर चढ़ना की सूचना मिली। इस पर रेलवे कंट्रोल की ओर से दुर्घटना में 3 यात्रियों के मरने व 45 यात्रियों के घायल होने की सूचना मिली।
सूचना मिलते ही कोटा मंडल रेल प्रबंधक मनीष तिवारी सहित सभी रेलवे के संबंधित विभागों के अधिकारी दुर्घटना राहत गाड़ी से घटना स्थल पर पहुंचे। रेल अधिकारियों के अलावा एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस एवं रेलवे कर्मियों की ओर से बोगियों में फंसे यात्रियों एवं शवों को निकालने व चिकित्सा मुहैया कराने का अभ्यास किया गया। ऑपरेशन के बाद घटना को सुबह 8 बजे मॉक ड्रिल घोषित किया गया।
कोटा, बूंदी से भी पहुंचा स्टाफ -इस दौरान राज्य सरकार की कोटा व बूंदी जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षकों सहित आपातकालीन आपदा प्रबन्धन से जुड़ी एजेन्सी जैसे एसडीआरएफ, नागरिक सुरक्षा, फायर ब्रिगेड सेवा, चिकित्सा एजेन्सी, सिविल पुलिस इत्यादि भी अभ्यास में सम्मिलित हुए। मॉक ड्रिल के इस अभ्यास में एनडीआरएफ की टीम का नेतृत्व ई-6 अजमेर कंपनी के डिप्टी कमांडेट योगेश कुमार मीना की ओर से किया गया।
घटनास्थल व कंट्रोल रूम पर संभाला मोर्चा -मॉक ड्रिल का आयोजन पश्चिम मध्य रेलवे के प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी एके सिंह, और कोटा मंडल रेल प्रबंधक मनीष तिवारी, मुख्य चल शक्ति अभियंता आशीष कुल्हाड़ा, आरआरके सिंह, विनोद कुमार मीना घटना स्थल पर मौजूद रहे, जबकि अपर मंडल रेल प्रबंधक मनोज जैन, सौरभ जैन व अन्य अधिकारियों ने रेलवे कंट्रोल कक्ष कोटा में उपस्थित रह कर मॉक ड्रिल में भाग लिया।
इन विभागों ने लिया भाग
मॉक ड्रिल अभ्यास में रेलवे के संरक्षा विभाग, यान्त्रिक विभाग, कर्षण वितरण विभाग, अभियांत्रिकी विभाग, वाणिज्य विभाग रेलवे सुरक्षा बल, चिकित्सा विभाग, कार्मिक विभाग एव नागरिक सुरक्षा के स्वयं सेवकों इत्यादि विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया।