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NEET UG 2023 : राजस्थान से एक लाख से अधिक विद्यार्थी क्वालिफाइड घोषित

. संगति अच्छी होगी तो सब अच्छा होगाः पार्थ खंडेलवाल . कटऑफ 117 से बढ़कर 137 अंक हुई

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NEET UG 2023 :  राजस्थान से एक लाख से अधिक विद्यार्थी क्वालिफाइड घोषित

NEET UG 2023 : राजस्थान से एक लाख से अधिक विद्यार्थी क्वालिफाइड घोषित

कोटा. एनटीए ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी-2023 का परीक्षा परिणाम मंगलवार को जारी कर दिया। जारी किए गए परीक्षा परिणाम के आंकड़ों के अनुसार, जनरल व ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के लिए नीट यूजी-2023 की क्वालिफाइ कटऑफ वर्ष 2022 के मुकाबले 117 अंक से बढ़कर 137 अंक हो गई है। एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि वर्ष 2023 में सभी कैटेगरी के विद्यार्थियों की कटऑफ में इजाफा हुआ है। इसका मुख्य कारण प्रश्नपत्र का सामान्य स्तर होना है।
राजस्थान को तीसरा स्थान

वर्ष 2023 में राजस्थान से एक लाख से अधिक विद्यार्थियों ने नीट-यूजी में क्वालीफाई किया है। क्वालिफाइड विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर राजस्थान देश में तीसरा स्थान पर है। प्रथम स्थान पर उत्तर प्रदेश व द्वितीय महाराष्ट्र का है। उत्तर प्रदेश से 1.39-लाख विद्यार्थियों ने, महाराष्ट्र से 1.31 लाख विद्यार्थियों ने राजस्थान से 1.03 लाख विद्यार्थियों ने क्वालीफाई किया है।


कटऑफ अंकों के आंकड़े

1.जनरल एवं ईडब्ल्यूएस-कैटेगरी
वर्ष-2023 : 137-अंक

वर्ष-2022 : 117-अंक
2 ओबीसी, एससी एवं एसटी-कैटेगरी
वर्ष-2023 : 107-अंक
वर्ष-2022 : 93-अंक

संगति अच्छी होगी तो सब अच्छा होगाः पार्थ खंडेलवाल

एलन के 3 साल से क्लासरूम स्टूडेंट पार्थ खंडेलवाल ने नीट में 715 अंक प्राप्त कर ऑल इंडिया रैंक 10 प्राप्त की है। पार्थ का मानना है कि यदि संगति अच्छी है तो आपका सब अच्छा होगा। मुझे अच्छे दोस्त, एलन में फैकल्टीज और फैमिली मिली। बड़ी बहन जानहवी खंडेलवाल मुझे इंस्पायर करती हैं। वे कोटा कोचिंग की बदौलत सफल होकर एसएमएस जयपुर से एमबीबीएस कर रही है। पार्थ ने बताया कि हार्डवर्क और नियमितता ही सफलता की कुंजी है। कोचिंग में फैकल्टीज का सपोर्ट बहुत अच्छा मिला। मैं पढ़ाई घड़ी देखकर नहीं करता, लगता था कि जो भी टॉपिक को पढ़े हुए टाइम हो गया तो वही पढ़ने लग जाता था। दोस्तों से बात करके रिफ्रेश हो जाता हूं। कभी सब्जेक्ट की बातें तो कभी हंसी मजाक मुझे रिचार्ज कर देते हैं। बायॅलोजी मेरी स्ट्रॉंग है, इसीलिए नीट देने का मन बनाया। मैं अपनी असफलता से प्रेरित होता हूं। एक एग्जाम में पर्सेन्टेज कम आई। सबसे लो स्कोर होने के बाद मैंने और अधिक मेहनत करने का संकल्प लिया और इसके बाद कभी स्कोर कम नहीं आने दिया। दिल्ली एम्स से एमबीबीएस करना चाहता हूं। इसके बाद न्यूरो या कार्डियोलॉजी में जाना चाहता हूं।