scriptबड़ी लापरवाही: बिना दवा एक-एक दिन पॉजिव मरीजों की जान पर भारी | Negligence of Kota Medical College Hospital and CMHO Office | Patrika News

बड़ी लापरवाही: बिना दवा एक-एक दिन पॉजिव मरीजों की जान पर भारी

locationकोटाPublished: Sep 03, 2020 09:51:37 am

Submitted by:

Haboo Lal Sharma

कोटा शहर में कोरोना का कहर इतना बढ़ गया है कि एक-एक दिन में रिकार्ड 700 से ऊपर पॉजिटिव मरीज आ रहे है। लापरवाही की हद यहां तक है कि होम क्वारेंटाइन मरीजों की देखभाल तक चिक्तिसा विभाग की टीमें नहीं कर रही।

कोरोना पॉजिटिव मरीजों को समय पर नहीं मिल रही दवाएं

बड़ी लापरवाही: बिना दवा एक-एक दिन पॉजिव मरीजों की जान पर भारी

कोटा . शहर में कोरोना का कहर इतना बढ़ गया है कि एक-एक दिन में रिकार्ड 700 से ऊपर पॉजिटिव मरीज आ रहे है। इसके बाद चिकित्सा विभाग कुछ सबक नहीं ले रहा। विभाग ने तो पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा तक बताना बंद कर दिया। लापरवाही की हद यहां तक है कि होम क्वारेंटाइन मरीजों की देखभाल तक चिक्तिसा विभाग की टीमें नहीं कर रही।
यह भी पढ़ें
14 दिन से बाघ-बाघिन का सुराग नहीं


पॉजिटिव मरीज को देखने बारह दिन बाद तक टीमें उनके घर नहीं पहुंच रही। पीडि़त लोग न्यू मेडिकल कॉलेज, सीएमएचओ ऑफिस व संबंधित डिस्पेंसरियों में कोरोना की दवा के लिए फोन लगा-लगाकर थक चुके। होम क्वारेंटाइन मरीजों को दवा तक नहीं दी जा रही। ऐसे में एक-एक दिन मरीजों की जान पर भारी पड़ रहा है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों ने अपनी पीड़ा पत्रिका के साथ साझा की।
कोटा उत्तर में सफाई कार्य के लिए 17 टीमें गठित, अब कहीं गंदगी दिखाई नहीं देगी

केस नं. 1
प्रेमनगर द्वितीय में नवयुग स्कूल के पास रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि 35 वर्षीय पत्नी की जांच कंसुआ डिस्पेंसरी में करवाई थी ,वह 21 अगस्त को पॉजिटिव आ गई। मेडिकल कॉलेज से फोन आया कि आप पॉजिटिव आए है होम क्वारेंटाइन हो जाओ, चिकित्सा टीमें आपको घर आकर दवा दे जाएगी। लेकिन बारह दिन बाद तक भी चिकित्सा टीमें ना तो घर आई और ना ही कोरोना की दवा दी गई। दवा के लिए डिस्पेंसरी में भी कई बार फोन किया वहां से जवाब मिलता है अभी आकर दे जाएंगे। पीडि़त परिवार ने ये बारह दिन कैसे गुजारे है वे ही जानते है।

केस नं. 2
थेगड़ा शिवसागर कॉलोनी स्थित श्रीराम एसोसिएट की गली में रहने वाले 43 वर्षीय पुरुष व 17 वर्षीय बेटी 30 अगस्त को मेडिकल कॉलेज से पॉजिटिव आने की सूचना फोन पर मिली और उन्होंने कहा घर से बाहर नहीं निकले। दवा क्या लेनी है यह पूछते ही उधर से फोन कट गया। बुधवार को 4 दिन बीत गए लेकिन ना तो दवा दी गई, ना ही घर व गली को सेनेटाइज किया गया। अब बिना दवा के कोरना बीमारी की टेंशन में दिन काट रहे है।
केस नं. 3
इंद्रागांधी नगर पॉवर हाउस के पास रहने वाले कोरोना पॉजिटिव मरीज ने बताया कि वह 30 जुलाई को पॉजिटिव आया, तब से होम क्वारेंटाइन है। चिकित्सा विभाग की टीम ने कहा कि आपको दवा घर पर ही पहुंचा दी जाएगी। लेकिन बुधवार को चार दिन बीतने के बाद भी मरीज को दवा नहीं दी गई। दवा के लिए डिस्पेंसरी से लेकर मेडिकल कॉलेज तक फोन कर दिए वहां से जबाव मिलता है टीम दवा लेकर आ रही है। घर व गली को भी सेनेटाइज नहीं किया गया।
केस-4
थेगड़ा शिवसागर निवासी 33 वर्षीय एडवोकेट ने खांसी होने से छावनी डिस्पेंसरी में 29 अगस्त को कोरोना सैम्पल दिया था। मेडिकल कॉलेज से 31 अगस्त को फोन आया आपकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है आप होम क्वारेंटाइन हो जाए। इसके बाद परिवार की सैम्पलिंग कीष उन्होंने बताया कि 31 अगस्त से ही मेडिकल कॉलेज, सीएमएचओ ऑफिस व कन्ट्रोल रूम में लगातार दवा के लिए फोन कर रहा हूं। बुधवार दोपहर बाद दवा दी गई।
कोटा मंडी भाव 02 सितम्बर: वायदा बढऩे से खाद्य तेलों में तेजी रही

व्हाट्सएप करें हमें
होम क्वारेंटाइन मरीजों को दवा नहीं मिलने की शिकायतें आ रही है। हम संबंधित डिस्पेंसरी के चिकित्सा प्रभारी को सूचना देकर दवाइयां भिजवा रहे है। फिर भी किसी को कोई परेशानी हो तो सीएमएचओ कन्ट्रोल रूम व्हाट्सएप नम्बर 9530390420 पर मरीज का नाम पता व संबंधित डिस्पेंसरी का नाम लिखकर व्हाट्सअप करने पर पॉजिटिव मरीज के घर दवा पहुंचा दी जाएगी। इस नम्बर पर व्हाट्सएप ही करें फोन नहीं। -डॉ. राजेश सामर, कोरोना कन्ट्रोल स्क्रीनिंग प्रभारी

ट्रेंडिंग वीडियो