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बिना आईडी देखे मजदूरी मिल जाती है, लेकिन रात गुजारने की जगह नहीं
कोटडी स्टील ब्रिज के पास बने अस्थाई रैन बसेरे के पास खुले में कंबल लपेटे मंडाना निवासी महावीर ने बताया कि बजरी पर रोक लगने से मजदूरी भी कम हो गई है। रात में रैन बसेरे में तब तक नहीं जाने देते जब तक कोई आईडी नहीं हो। कई मजदूरों के पास आईडी नहीं है, उन्हें रात में बाहर ही सोना पड़ रहा। कुछ मजदूर राजस्थान के बाहर के हैं। वो राजू महाराष्ट्र से मजदूरी की तलाश में यहां आया है। बीमार है, उसे भी रेन बसेरे में सोने नहीं दिया जाता।
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अलाव का सहारा
खुले में सोने को मजबूर मजदूर अलाव जलाकर सर्दी से राहत पाने का जतन करते दिखाए दिए। कई लोगों ने लकडिय़ों की व्यवस्था नहीं होने पर कागज, पॉलीथिन, बोरियों तक को आग के हवाले कर दिया।
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बादल छंटेंगे तो सर्दी और बढ़ेगी
मौसम विभाग के अनुसार 7 से 10 दिसम्बर तक मौसम साफ रहेगा। बादल छट जाएंगे। हालांकि बरसात होने से सर्दी का असर रहेगा। 10 दिसम्बर तक आसमान साफ रहेगा।