कोटा. दिल्ली-मुंबई ट्रैक पर सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत का तीन दिवसीय संयुक्त ट्रायल होने के बाद रविवार से अनुसंधान परिकल्प एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) की ओर से स्वतंत्र रूप से वंदे भारत के ब्रेकिंग सिस्टम का ट्रायल किया जाएगा। यह ट्रायल कोटा से नागदा के सेक्शन के बीच होना संभावित है।
कोटा रेल मंडल मेें वंदे भारत ट्रेन का विभिन्न परििस्थतियों में अनुसंधान परिकल्प एवं मानक संगठन (आरडीएसओ), इंटीग्रेड कोच फैक्ट्री की टीम और कोटा रेल कर्मचारियों के सहयोग से 23 से 25 मई तक किया गया। इसके बाद आरडीएसओ की ओर से वंदे भारत ट्रेन के स्वतंत्र रूप से ट्रायल के लिए आवश्यक तैयारी की गई।
सभी मानक परििस्थतियों में होगा ट्रायल -अनुसंधान परिकल्प एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) की ओर से वंदे भारत का सभी मानक परििस्थतियों में ट्रायल किया जाएगा। इसके तहत ट्रेन को विभिन्न स्पीड में दौड़ाकर ब्रेकिंग का टेस्ट किया जाएगा। साथ ही इसे खाली व यात्रियों के भार के बराबर वजन रखकर, सूखी व गीली पटरियों पर और पटरियों के मोड पर परीक्षण किया जाएगा। आरडीएसओ की ओर से यह ट्रायल अधिकतम 160 किलोमीटर की गति से किया जाएगा।
आरडीएसओ देगा सफलता का प्रमाण पत्र
16 कोच वाली पूर्णतया वातानुकूलित ट्रेन वंदे भारत 21 मई को ट्रायल के लिए कोटा पहुंची। 21 व 22 को ट्रेन के ट्रायल की तैयारी की गई। 23 से 25 मई तक ट्रेन का ट्रायल किया गया। इसके बाद 26 व 27 को ट्रायल के लिए आरडीएसओ ने तैयारियां की। अब रविवार व सोमवार को इसका ट्रायल किया जाएगा। इसके बाद ट्रेन कोटा से वापस लखनऊ के लिए रवाना होगी। ट्रायल के बाद आरडीएसओ ट्रेन के ब्रेकिंग सिस्टम की सफलता का प्रमाण पत्र देगा।