9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

साहब! गंदगी का ढेर नजर नहीं आ रहा, और सपना देख रहे रैंक सुधारने का

स्मार्ट सिटी बनाने का दावा करने वाले शहर का पुराना कोटा गंदगी और सड़ांध से भरा है, वार्डों में लगे कचरे का ढेर समय पर नहीं उठाया जा रहा।

2 min read
Google source verification

कोटा

image

ritu shrivastav

Nov 22, 2017

Smart City, Dirt and Rotten, Old kota, National Cleanliness Survey, Municipal Corporation, Action Plan, Guide Line, Ranking, Sanitation Campaign, Commissioner Dr. Vikram Jindal, Court, Prosecution, Fines, Central Government, Sanitary Ranking, Municipal Corporation, Central Government's Guide Line, Kota Cleanliness System, Kota, Kota Patrika, Kota Patrika News, Rajasthan Patrika

गंदगी

स्मार्ट सिटी में शामिल कोटा शहर जनवरी माह में राष्ट्रीय स्तर के स्वच्छता सर्वेक्षण में भाग लेगा। नगर निगम अधिकारियों का दावा है कि इस बार स्वच्छता की रैंकिंग में सुधार होगा। इसके लिए निगम ने तैयारियों भी शुरू कर दी हैं, लेकिन पुराने कोटा के कई वार्डों की सफाई व्यवस्था आज भी स्मार्ट सिटी के दावों की पोल खोल रही है। पत्रिका संवाददाता ने मंगलवार को वार्ड 16, 18 व 40 की सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान गंदगी व कचरे का आलम नजर आया। आवारा मवेशी कचरे में मुंह मारते दिखे। वातावरण घुल रही दुर्गंध से गुजरने वाले लोगों का बुरा हाल था। इन वार्डों के बाशिन्दों ने बताया कि यहां नियमित तौर पर कचरा नहीं उठता। इस बारे में अधिकारियों को भी अवगत करा दिया है।

Read More: OMG: स्टूडेंट्स से मोटा पैसा वसूल कर निगम करने जा रहा ये काम

जहां देखों वहां दुर्गंध का आलम

सामुदायिक भवन के सामने सकतपुरा यूआईटी स्कीम की कॉलोनी है। यहां एक कचरा प्वाइंट बना रखा है। सुबह का कचरा शाम तक नहीं उठता। दुर्गंध से राहगीरों को यहां से गुजरना तक मुश्किल हो रहा। इधर, सुभाष नगर कॉलोनी का कचरा एकत्रित करने के लिए निगम द्वारा तालाब के एक कौने में कचरा पाइंट बनाया हुआ है। यहां भी कचरा समय पर नहीं उठता। मवेशियों का जमावड़ा लगा रहता है, जो राहगीरों को चोटिल कर देते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि कई बार निगम में शिकायत की गई, लेकिन कुछ नहीं हुआ।

Read More: ट्रेन का टिकट कै‍ंसिल कराना है तो करें बस एक एसएमएस

दूसरे वार्ड का भी आता है कचरा

जयपुर गोल्‍डन के सामने निगम द्वारा लगाए कचरा पात्र कचरे से भरा पड़ा था। आसपास गंदगी के ढेर लगे थे, मवेशी कचरे में मुंह मारकर सड़कों पर फैला रहे थे। दुर्गंध के बीच राहगीर मुंह पर कपड़ा बांधे गुजरते नजर आए। स्थानीय निवासियों ने बताया कि पांच-छह दिन तक यहां से कचरा नहीं उठाया जाता। लोगों का जीना दुश्वार हो रहा है। वार्ड 40 की पार्षद मीनाक्षी खण्डेलवाल ने कहा कि कचरा प्वाइंट पर मेरे वार्ड के अलावा दूसरे वार्ड के लोग भी कचरा डालते हैं। इससे यहां अधिक कचरा हो जाता है। सफाई कर्मचारी समय पर कचरा नहीं उठाते। इसकी शिकायत महापौर से की लेकिन सुनवाई नहीं हुई।

Read More: पार्षदों को शामिल किए बिना ही निगम लगा रहा रैंकिग की दौड़

बोरखेड़ा व नयापुरा के लिए एक जेसीबी

नयापुरा पुलिया के नीचे सड़क के किनारे कचरा पाइंट बना है, जो कचरे से भरा पड़ा है। लोगों का दुर्गन्ध के मारे जीना मुश्किल हो रहा। मवेशियों का जमावड़ा लगा रहता है। इससे लोगों को यहां से निकलने में काफी परेशानी होती है। लोगों ने बताया कि अक्सर मवेशी लड़ते हुए राहगीरों को चोटिल कर देते हैं। वार्ड 16 की पार्षद मधु कुमावत ने कहा‍ं कि निगम द्वारा बोरखेड़ा व नयापुरा में कचरा उठाव के लिए एक ही जेसीबी लगा रखी है। एेसे में दूसरी जगह से काम खत्म होने के बाद ही वह मेरे वार्ड में पहुंचती है। इससे दिनभर कचरा प्वाइंट पर कचरा पड़ा रहता है।