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Kota: हॉस्पिटल में ICU स्टाफ की लापरवाही से मरीज की मौत, परिजनों ने किया हंगामा, बोले ‘मोबाइल चलाकर सुन रहे थे गाने’

आइसीयू स्टाफ इलाज पर ध्यान देने के बजाय मोबाइल देखने और गाने सुनने में व्यस्त थे। वहीं आईसीयू के बाहर मौजूद गार्ड ने उनके साथ बदतमीजी की।

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कोटा

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Akshita Deora

Aug 13, 2025

पुलिस ने कराया मामला शांत (फोटो: पत्रिका)

Rajasthan News: कोटा के न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में मंगलवार सुबह इलाज के दौरान एक मरीज की मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने आइसीयू स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया और कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाकर शांत कराया। हॉस्पिटल प्रशासन ने कहा कि लिखित शिकायत मिलने पर मामले की जांच करवाई जाएगी।

परिजनों का आरोप है कि आइसीयू स्टाफ इलाज पर ध्यान देने के बजाय मोबाइल देखने और गाने सुनने में व्यस्त थे। वहीं आईसीयू के बाहर मौजूद गार्ड ने उनके साथ बदतमीजी की। उन्होंने कहा कि सुबह 6 बजे मरीज को चेक किया और 7 बजे मृत घोषित कर दिया गया, जबकि उसकी मौत तड़के 4-5 बजे के बीच हो चुकी थी।

फेफड़ों में संक्रमण, कुछ घंटे बाद मौत

डीसीएम सूरसागर निवासी करण बघेल (22) को सांस लेने में तकलीफ के चलते सोमवार दोपहर 12 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जांच में फेफड़ों में संक्रमण की पुष्टि हुई। शाम को उसकी तबीयत बिगड़ने पर उसे श्वास रोग विभाग के आइसीयू में शिफ्ट किया गया। परिजनों के अनुसार रात में हालत बार-बार बिगड़ने के बावजूद स्टाफ ने उनकी बात नहीं सुनी और रात 11 बजे उन्हें आईसीयू से बाहर कर दिया गया।

लापरवाही के आरोप गलत

न्यू मेडिकल कॉलेज अधीक्षक डॉ. आशुतोष शर्मा ने कहा कि मरीज को दोनों फेफड़ों में निमोनिया था। उसकी हालत गंभीर थी। उसे आइसीयू में भर्ती कराया गया था। परिजनों को स्थिति की जानकारी दे दी गई थी। उसे बचाया नहीं जा सका। परिजनों के इलाज में लापरवाही के आरोप गलत हैं। मरीज का पूरा इलाज किया गया।

परिजनों के आरोपों की लिखित शिकायत मिलने पर जांच कराई जाएगी। डीएसपी मनीष शर्मा ने बताया कि परिजनों ने डॉक्टर और स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शिकायत दी है। जांच करेंगे। मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. संगीता सक्सेना ने बताया कि तीन सदस्य जांच कमेटी बना दी है। कमेटी 7 दिन में रिपोर्ट देगी।