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पौधे लगाए, लेकिन नहीं हो रही सार संभाल

नहीं हो रही पौधों को बचाने की पहल

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पौधे लगाए, लेकिन नहीं हो रही सार संभाल

पौधे लगाए, लेकिन नहीं हो रही सार संभाल

सांगोद (कोटा). यहां कोलियों के बड़ से कुंदनपुर बाइपास की सड़क को हरियाली से आच्छादित करने की मंशा से बारिश के पूर्व नगर पालिका ने सड़क के दोनों तरफ पौधे लगवाए। इनकी सारसंभाल का जिम्मा ठेकेदार को दिया गया, लेकिन न तो पौधों की संभाल हो रही है और न हीं देखरेख।


पौधों की सुरक्षा को लेकर लगाई गई कई सीमेंट की जालियां टूटी पड़ी हैं। कई पौधे मुरझाकर ठूंठ में तब्दील हो गए। इन पौधों को बचाने की किसी स्तर से कोई पहल नहीं हो रही।

उल्लेखनीय है कि यहां नगर पालिका ने बारिश के पूर्व बाइपास पर पौधे लगाने की योजना बनाकर सड़क किनारे पौधे लगाने एवं इनकी देखरेख की सारी जिम्मेदारी इन्हें लगाने वाले ठेकेदार को दी थी। पौधे लगाने के बाद इनकी सुरक्षा को लेकर सीमेंट की जालियां लगवाई गई।

अधिकांश जगह यह जालियां टूटी पड़ी हैं। इन जालियों में लगाए गए पौधे भी जानवरों का निवाला बन गए। वहीं यहां लगाए गए अधिकांश पौधे सूखते जा रहे हैं। सूखे पौधों की जगह न तो नए पौधे लग रहे है और न ही जालियां। ऐसे में अनदेखी के चलते यहां नगर पालिका की बाइपास को हरा भरा करने की मंशा सिरे नहीं चढ़ रही।

पौधों को नहीं दे रहे पनपने
यहां नगर पालिका ने लाखों रुपए स्वीकृत कर पौधे तो लगवा दिए, लेकिन बाइपास सड़क के दोनों तरफ उगे अंग्रेजी बबूल के पेड़ भी पौधों के पेड़ बनने में बाधा बन रहे हैं। सड़क किनारे उगे बबूल के पेड़ों की कटाई नहीं होने से यहां इनकी तादाद लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में यहां लगाए गए अधिकांश पौधे भी सूखने लगे हैं। बबूलों की कटाई नहीं होने से यहां बाइपास पर आवागमन के दौरान हादसों की आशंका भी रहती है।

पौधे लगाने से लेकर उनकी देखरेख की जिम्मेदारी संबंधित ठेकेदार की है। लोग सीमेंट की जालियों को क्षतिग्रस्त कर देते हैं। ऐसा है तो जल्द इन्हें दूरस्त करवाया जाएगा।
मनोज मालव, अधिशासी अधिकारी