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समझौते के नाम पर पुलिस करती है काली कमाई, 90 हजार में से फरियादी को दिए 70 और 20 हजार खुद ने रखे

धोखाधड़ी के मामले में जवाहर नगर पुलिस ने आरोपित का फरियादी से समझौता करवा दिया और 90 हजार में से 70 हजार फरियादी को दिए और 20 हजार खुद ने रख लिए।

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कोटा

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Zuber Khan

Feb 20, 2018

police

कोटा . पुलिसकर्मी जमीन पर किस तरह काम कर रहे हैं, इसका एक उदाहरण पुलिस जवाबदेही समिति की बैठक में मंगलवार को आए एक प्रकरण में सामने आया। नौकरी दिलाने के नाम पर रकम हड़पने के एक मामले में जवाहर नगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने की जगह आरोपित का फरियादी से समझौता करवा दिया।

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हड़पी गई रकम 90 हजार में से 70 हजार तो उसे दे दिए लेकिन शेष 20 हजार रुपए उधार के नाम पर पुलिसकर्मियों ने खुद ही रख लिए। अब फरियादी उन रुपयों के लिए पुलिस कर्मियों के चक्कर काट रहा है। बैठक में दर्जन भर फरियादी पुलिस के कार्रवाई न करने की शिकायत लेकर आए, इस पर समिति सदस्यों संबंधित अधिकरियों को कार्रवाई के निर्देश दिए। एएसपी (मुख्यालय) उमेश ओझा के कक्ष में मंगलवार को हुई जिला स्तरीय पुलिस जवाबदेही समिति की बैठक में पुलिस से पीडि़त लोगों के 10 मामले आए। समिति अध्यक्ष एडवोकेट रविन्द्र विजय ने बताया कि सत्य प्रकाश मेहरा से नौकरी दिलाने के नाम पर एक व्यक्ति ने 90 हजार रुपए हड़प लिए थे।

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समिति की पिछली बैठक में यह मामला आने पर समिति ने जवाहर नगर पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। मंगलवार को समिति की बैठक में फरियादी फिर आया और लिखित शिकायत दी कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने की जगह उनका समझौता करा दिया। लेकिन, थाने के एक हैड कांस्टेबल व दो सिपाहियों ने 90 हजार में से 70 हजार रुपए ही उसे दिए, 20 हजार रुपए उधार के नाम पर खुद ही रख लिए। अब वे रुपए लेने के लिए उनके चक्कर काट रहा है। कोई सुनवाई नहीं हो रही। मामले में समिति ने तीनों के खिलाफ प्रसंज्ञान लेकर जांच शुरू कर दी है। बैठक में समिति के सदस्य सचिव एएसपी (मुख्यालय) उमेश ओझा, सदस्य डॉ. प्राची दीक्षित व सदस्य पूर्व उप महापौर योगेन्द्र खींची शामिल हुए?

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ये मामले भी आए समिति में
समिति अध्यक्ष विजय ने बताया कि एक महिला ने बताया कि महिला थाने में उसके साथ छेड़छाड़ के मामले में सही जांच नहीं की जा रही है। इसलिए जांच बदलवाई जाए। समिति ने जांच अन्य अधिकारी से करवाने के निर्देश दिए। घनश्याम कुशवाह ने नयापुरा थाने में दर्ज एक मामले में सिपाही के खिलाफ, गिर्राज गोयल ने नयापुरा थाने में दर्ज मामले में कार्यवाही नहीं होने, राकेश कुमार ने मोड़क थाने में दर्ज एक मामले में कार्यवाही नहीं होने, बजरंग और सतनाम सिंह ने गुमानपुरा थाना संबंधी, सुगना मीणा ने अपने पति सिपाही अशोक के खिलाफ, किशनलाल नागर ने उद्योग नगर थाने में एक्सीडेंट के मामले में कार्रवाई नहीं होने और प्रणय विजय ने उनके खिलाफ करीब दो साल से जवाहर नगर थाने में दर्ज मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने की शिकायत दी। सभी मामलों में समिति ने एसपी व संबंधित थानों को निर्देश दिए कि वे शीघ्र कार्यवाही करें।