किसान चन्द्रकांत यादव ने बताया कि 12 मार्च को मानसगांव स्थित ई-मित्र केन्द्र पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया था। वहां से उन्हें केवल रजिस्ट्रेशन नम्बर की रसीद दी गई। टोकन कब मिलेगा और गेहूं किस केन्द्र पर बेचना है इसकी जानकारी कोई नहीं दे रहा। ई-मित्र वालों का कहना है कि हमारे पास केवल रजिस्ट्रेशन करने का ही अधिकार है।
राजपुरा निवासी किसान रघुवीर गोचर ने बताया कि देवलीमांझी, खजूरी व बालूहेड़ा पंचायतों में पटवारी नहीं है। गिरदावरी के लिए अतिरिक्त भार वाले पटवारियों से मिल रहे है तो उनका कहना है कि ये पंचायतें मेरे पटवार हल्के में नहीं आती है। परेशान होकर गुरुवार को भामाशाहमंडी के राजफैड खरीद केन्द्र पर आया तो यहां जवाब मिला कि बताई गई तारीख पर टोकन व जिंस लेकर आ जाओ, खरीद लेंगे।
राज्य सरकार ने राजफैड को समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद के आदेश 12 मार्च को जारी कर दिए। राजफैड ने भामाशाहमंडी में 15 मार्च को समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद केन्द्र शुरू कर दिया, लेकिन टोकन के अभाव में पिछले पांच दिनों में एक भी किसान गेहूं लेकर खरीद केन्द्र पर नहीं पहुंचा।
राजफैड की ओर से सरसों व चना की खरीद के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 25 मार्च से शुरू होंगे और खरीद 1 अप्रेल से 90 दिवस की अवधि के लिए शुरू की जाएगी।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के जिला प्रबंधक निपुन का कहना है कि गेहूं खरीद के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जारी है। टोकन व खरीद केन्द्र की जानकारी किसानों शीघ्र ही दे दी जाएगी। खरीब केन्द्र कब शुरू होंगे अभी तय नहीं है। किसानों को टोकन व खरीद केन्द्र की जानकारी देने के बाद ही खरीद केन्द्र शुरू किए जाएंगे।