https://www.patrika.com/kota-news/people-get-annoyed-due-to-bad-roads-1-2109241/ एनएसजी-2 श्रेणी : इस श्रेणी में सालाना 100 से 500 करोड़ रुपए की आय वाले स्टेशन शामिल हैं। इस श्रेणी के स्टेशनों पर
10 से 20 मिलियन यात्री सालाना यात्री भार होना आवश्यक है। कोटा जंक्शन की सालाना आय औसतन 184 करोड़ है, इसलिए कोटा जंक्शन को एनएसजी-2 श्रेणी के स्टेशनों में शामिल किया है।
एनएसजी-3 श्रेणी : सवाई माधोपुर और भरतपुर स्टेशन को इस श्रेणी में शामिल किया गया है। इस श्रेणी में 20 से 100 करोड़ रुपए तक आय वाले स्टेशन शामिल हैं। इस श्रेणी के स्टेशनों से औसत 5 से 10 मिलियन यात्री सफर करते हैं।
https://www.patrika.com/kota-news/fake-ticket-scam-in-kota-city-buses-1-2108483/
ये एनएसजी-4 और 5 : गंगापुर सिटी, हिण्डौन सिटी, रामगंजमंडी, बूंदी और डकनिया तलाब स्टेशन को एनएसजी-4 श्रेणी के स्टेशनों में शामिल किया गया है। वहीं, भवानीमंडी, बयाना, श्रीमहावीरजी, इंद्रगढ़, लाखेरी स्टेशन एनएसजी-5 श्रेणी में शामिल हुए हैं।
https://www.patrika.com/kota-news/india-gets-3rd-place-in-international-junior-science-olympiad-1-2108164/ कोटा मंडल के स्टेशनों पर नजर 95 कुल स्टेशन हैं कोटा मंडल में
01 स्टेशन एनएसजी-2 श्रेणी का है
02 स्टेशन एनएसजी-3 श्रेणी के हैं
05 स्टेशन एनएसजी-4 श्रेणी के हैं
12 स्टेशन एनएसजी-5
श्रेणी के
68 स्टेशन एनएसजी-6 श्रेणी में
07 स्टेशन एचजी-3
श्रेणीे में