
दशहरे मेले में प्रदर्शनी लगाकर कोटा मंडल के महत्वपूर्ण स्टेशनों की विशेषताओं की जानकारी दी जा रही है। प्रदर्शनी में मॉडल के जरिए रेल परिचालन की जानकारी देते हुए।
कोटा . दशहरा मेले में जाने वाले लोगों को रेल परिचालन तंत्र की जानकारी भी मिले इसके लिए रेलवे की ओर से अनूठी प्रदर्शनी लगाई गई है। प्रदर्शनी में मॉडल ट्रेनों का परिचालन करके सिग्नल तंत्र, परिचालन प्रक्रिया और सेफ्टी से जुड़ी बारीकियां बताई जा रही हैं। रेलवे प्रदर्शनी में इस बार भी टिकट के लिए काउंटर खोला गया है। यहां सामान्य टिकट व रिजर्वेशन टिकट मिल रहे हैं। मेले से दूर दराज जाने वाले प्रदर्शनी स्थल से टिकट लेकर सीधे ट्रेन में बैठ सकते हैं। प्रदर्शनी में भीमलत टनल का मॉडल का आकर्षण प्रदर्शनी में कोटा-चित्तौड़ रेलमार्ग पर भीमलत टनल का मॉडल आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।
यह टनल 18 मीटर ऊंचे पहाड़ काटकर बनाई थी। इसका निर्माण 1989 में हुआ था। इसकी लम्बाई 320 मीटर और 6.47 मीटर ऊंचाई है। वहीं बॉयो टॉयलेट कैसे उपयोगी हंै, इस बारे में भी बताया जा रहा है। प्रदर्शनी का स्वरूप बाहर से कोटा जंक्शन की तरह दिखता है। अंदर सवाई माधोपुर जंक्शन, भरतपुर के पास बने पुल और दरा के पास बने वाडक्ट आर्च पुल का मॉडल भी यहां प्रदर्शित किया गया है। दुर्घटना राहत ट्रेन के कार्य करने की प्रक्रिया भी एक मॉडल के माध्यम से प्रदर्शित है। प्रदर्शनी को देखने में हर वर्ग के लोग आ रहे हैं। बच्चों रेलवे से जुड़े कई सवाल भी पूछ रहे हैं। यहां तैनात रेलवे के पर्यवेक्षक उनकी जिज्ञासा को शांत कर रहे हैं।
नई-पुरानी तकनीक की भी जानकारी
इस प्रदर्शनी में रेलवे की नई और पुरानी तकनीकी जानकारी भी मिल रही है। पुराने इंजन के मॉडल और उपकरण रेलवे के इतिहास की कहानी बता रहे हैं। इसके अलावा बॉयो टॉयलेट के उपयोग के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ यात्रियों से रेल और रेल परिसर को स्वच्छ रखने की अपील की जा रही है। रेलवे इंजनों के उपयोग के लिए विद्युत आपूर्ति की प्रक्रिया को दर्शाने वाला मॉडल भी यहां प्रदर्शित किया गया है।
Published on:
10 Oct 2017 01:28 am
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