
कोटा। वैशाख और ज्येष्ठ की तीखी गर्मी में इस बार पहली बार बरसात हो रही है। जिससे हाड़ौती अंचल सहित प्रदेशभर को लू के कहर से राहत मिली है। अरब सागर से उठ रही नमी युक्त हवाएं और एक के बाद एक सक्रिय हो रहे पश्चिमी विक्षोभ परिसंचरण तंत्र के कारण कोटा सहित दक्षिण और पूर्वी राजस्थान में मई के पहले पखवाड़े से ही कही तेज तो कहीं रिमझिम वर्षा का दौर जारी है। इसके चलते बीते एक पखवाड़े से घरों व दफ्तरों में कूलर व एसी बंद हो गए थे और पंखों की गति धीमी हो गई थी।
कोटा शहर में बुधवार को बादल छाए रहे, जिससे गर्मी कुछ हद तक थमी रही, लेकिन दोपहर में मौसम खुलने पर तेज धूप और गर्म हवाएं महसूस की गईं। शाम को फिर से मौसम ने करवट ली। घने बादल छा गए और धूल भरी हवाओं के साथ बूंदाबांदी हुई। उसके बाद बादल छाए रहे। इससे उमस का जोर बना रहा।
मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी राजस्थान में 15 मई से ज्यादातर भागों में मौसम शुष्क रहने व तापमान में 2-3 डिग्री बढ़ोतरी होने की संभावना है। भरतपुर व कोटा संभाग में छुटपुट स्थानों पर दोपहर बाद मेघगर्जन होने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार, इस बार की बरसात का कारण उत्तरी अरब सागर से सक्रिय विक्षोभ, जो लगातार नमी ला रहे हैं। स्थानीय स्तर पर बना निम्न वायुदाब, जो दक्षिणी और पूर्वी राजस्थान के उच्च तापमान के कारण बन रहा है। इन दो कारणों के मेल से वर्षा हो रही है।
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यह स्थिति आमतौर पर मई में नहीं देखी जाती थी। मई में हो रही यह असामान्य बारिश आगामी मानसून की सक्रियता का संकेत है। समय से पहले हो रही वर्षा भूमि की नमी बढ़ा रही है, जिससे मानसून के समय अधिक और संतुलित वर्षा की संभावना बन रही है।
Published on:
15 May 2025 01:07 pm
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