
कोटा . रामगंजमंडी-भोपाल रेल परियोजना के तहत झालावाड़ सिटी से झालरापाटन तक रेल लाइन बिछाने का कार्य लगभग पूरा हो गया है। रेलवे के निर्माण विभाग ने मार्च 2021 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा है। परियोजना पूरी होने के बाद कोटा से भोपाल की दूरी करीब 115 किमी कम हो जाएगी।
यह परियोजना डेढ़ दशक तक बहुत धीमी रफ्तार से चली। पिछले दो साल में इसमें तेजी आई। पिछले साल बजट में इस परियोजना के लिए 200 करोड़ रुपए मिले जो चालू वित्तीय वर्ष में खर्च हो जाएंगे। सूत्रों के अनुसार रेलवे बोर्ड का पुरानी लम्बित योजनाओं को तेजी से पूरा करने पर जोर है, इसलिए आगामी बजट में इस परियोजना के लिए पर्याप्त राशि मिलने की उम्मीद है।
Read More: Republic Day: नारी शक्ति के कदमों की गूंज ने दिया ताकत और क्षमता का परिचय...देखिए तस्वीरों में
डेढ़ दशक में 26 किमी ही बढ़ी
समय पर पर्याप्त बजट नहीं मिलने और कार्य की गति धीमी होने के कारण डेढ़ दशक में 262 में से केवल 26 किमी रेल लाइन ही बिछी। उप मुख्य अभियंता निर्माण, कोटा की देखरेख में करीब 165 किमी रेललाइन का निर्माण होना है। बाकि कार्य भोपाल मंडल करेगा। 165 किमी लाइन पर कुल 16 स्टेशनों का निर्माण किया जाना है, अभी जुल्मी और झालावाड़ सिटी दो ही स्टेशन तैयार हुए हैं।
ये स्टेशन बनेंगे
जूनाखेड़ा, अमेठा, अकलेरा, पचौला, घाटोली, नयागांव, भोजपुरा, देवपुर, खिलचीपुर, राजगढ़, नर्सिंगपुर और ब्यावरा स्टेशन का निर्माण होना बाकी है।
योजना पर एक नजर
262 किमी लम्बी है परियोजना
2700 करोड़ खर्च होंगे
400 करोड़ से अधिक खर्च
हो चुके अब तक
कहां कब पहुंचेगी
रेल लाइन
रामगंजमंडी से झालावाड़ सिटी
26.5 किमी- ट्रेन संचालित
झालावाड़ सिटी से झालरापाटन
07 किमी- कार्य लगभग पूर्ण
झालरापाटन से अकलेरा
40 किमी- मार्च 2019 तक
अकलेरा से खिलचीपुर
90 किमी- मार्च 2020 तक
खिलचीपुर से ब्यावरा-भोपाल तक
63 किमी- मार्च 2021 तक
Published on:
27 Jan 2018 01:54 pm
बड़ी खबरें
View Allकोटा
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
