Read more : मिसाल : ऐसे खोले ग्रामीणों ने अपनी तरक्की के रास्ते, अब मिलेगा 100 गांवों को लाभ…. पछले 2 वर्षों में कोटा में लालटेन और पंखी पर रंग मल्हार हो चुका है । इस वर्ष जयपुर से आयोजन समिति द्वारा हाथ थैला यानी कैरी बैग को विषय बनाया गया। समन्वयक राकेश शर्मा ने बताया कि कोरोना को देखते हुए मास्क, सैनेटाइगर की तरह स्वयं का कैरी बैग भी जरूरी है। इसके चलते कलाकार बरसात की मंगलकामना के साथ कोरोना से मुक्ति की कामना भी करते दिखेंगे।
चित्रकार अपने घर अथवा स्टूडियो में ही चित्रकारी करते हुए रंग मल्हार में भाग लेंगे। तथा अपना फोटोग्राफ्स चित्रित अध्यक्ष के साथ रंग मल्हार के फेसबुक पेज पर और कोटा क्रिएटर व्हाट्सएप ग्रुप पर निर्धारित नंबर पर सेंड कर सकेंगे। कोटा जिले में भाग लेने के लिए कलाकारों को एक नंबर दिया जाएगा इस पर वह भेज सकेंग