रावतभाटा। मानसून की दस्तक के साथ राणा प्रताप सागर बांध क्षेत्र में इस बार चल रहे बारिश के दौर ने फिर से बांध के छलकने की उम्मीदों को बढ़ा दिया है। बांध अपनी भराव क्षमता से 1.37 फीट ही खाली है। चंबल की सहायक नदियों में पानी आता है तो जून माह में बांध के गेट खुल सकते हैं। पिछले चार दिन में बांध क्षेत्र में 142.20 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई है। बांध का जल स्तर अपनी पूर्ण भराव क्षमता 1157.50 फीट के मुकाबले शुक्रवार शाम 6 बजे 1156.13 फीट दर्ज किया गया। राणा प्रताप सागर बांध में 5 हजार 805 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। बिजली उत्पादन कर 5 हजार 805 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है।
राणा प्रताप सागर बांध क्षेत्र में गुरुवार देर रात से लेकर शुक्रवार सुबह तक रुक-रुक कर झमाझम बारिश हुई। बीते 24 घंटे में बांध क्षेत्र में 52.40 मिमी बारिश दर्ज की गई। शुक्रवार सुबह राणा प्रताप सागर बांध का जलस्तर 1156.09 फीट दर्ज किया गया था। चंबल नदी के बड़े बांध गांधीसागर का जलस्तर 1312 फीट के मुकाबले 1287.30 फीट मापा गया। जवाहर सागर बांध का जलस्तर 975.10 फीट दर्ज किया गया। यहां 6 हजार 758 क्यूसेक पानी की आवक के बाद बिजली उत्पादन कर 6 हजार 758 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है।
आमतौर पर सितंबर तक बांध अपनी पूर्ण भराव क्षमता तक पहुंचता है। इस बार मध्यप्रदेश के गांधीसागर बांध से मई में 6 फीट पानी छोड़े जाने से राणाप्रताप सागर बांध का जलस्तर भराव क्षमता के नजदीक पहुंच गया है।
बांध का नाम-----भराव क्षमता------- जलस्तर
गांधीसागर ---------1312------------1287.30
राणा प्रताप सागर---1157.50----------1156.13
जवाहर सागर-------- 978-------------975.10
कोटा बैराज----- -----854---------------852.50
(भराव क्षमता एवं जलस्तर को फीट में )
Published on:
20 Jun 2025 08:33 pm