
Savan 2020 : ऐसा अनोखा मंदिर जहां प्रकृति खुद करती है शिव का अभिषेक
कोटा. शिक्षा नगरी कोटा को धार्मिक नगरी भी कहा जाता है। यहां कई ऐसे पौराणिक मंदिर है जिनका इतिहास सदियों पुराना है। सावन के इस पवित्र माह में हम आपको कुछ ऐसे ही प्रसिद्ध शिवालयों के बारे में बता रहे हैं। रावतभाटा रोड पर रथ कांकरा के समीप कराइयों में भगवान गेपरनाथ का मंदिर है। भीलों के शैव मतावलंबी गुरु ने मंदिर की स्थापना करवाई। क्षेत्र में प्रचीन काल से ही भील समाज के लोग निवास करते रहे हैं।
कहा जाता है कि पूर्व में यह क्षेत्र भील राजाओं के अधीन था। यहां स्थापित शिवलिंग की यह विशेषता है कि यह दोहरी योनी में स्थापित है। इस तरह के शिवलिंग के उदाहरण यदा-कदा ही देखने को मिलते हैं।
गेपरनाथ के दर्शन के लिए 300 के करीब सीढिय़ां उतरकर जाना पड़ता है। मंदिर में बारह माह झरना बहता है। यह भगवान शिव पर गिरता है तो ऐसा लगता है मानो प्रकृति खुद भगवान शिव का अभिषेक कर रही हो। श्रद्धालुओं के अनुसार यह स्थान साधु-संतों की तपस्थली भी रही है। यहां पर सीढिय़ां नहीं थी, इन्हें बाद में बनवाया गया। इस स्थान को पर्यटन स्थल के रूप में भी देखा जाता है।
2008 में एक हादसे के बाद यह स्थान देशभर में चर्चा का विषय बन गया। मंदिर के रास्ते की सीढिय़ां ढहने से कराई में 35 महिलाएं व 20 बच्चे फंस गए थे। इन्हें मुश्किल से बाहर निकाला गया था। घटना में एक जने की मौत हो गई थी। यहां शिवरात्रि पर मेला लगता है।
Published on:
20 Jul 2020 08:34 pm
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