सावन माह का दूसरा सोमवार कोटा. सावन माह के दूसरे सोमवार को शिवालय जयकारों से गूंजे। कहीं श्रद्धालुओं ने खुद अभिषेक पूजन किया, कहीं पंडितों से करवाया। महिलाएं सुबह शिवालयों में पहुंची। भोलेनाथ को जल, दूध, आक- धतूरे बिल्वपत्र अर्पित कर सुख- समृदि्ध की कामना की। सर्याेदय से पहले ही शिवालयों में भक्ति की बयार चलना शुरू हुई। देर शाम तक शिवालय शिव शंकर को जिसने पूजा उसका बेड़ा पार हुआ.., भोले भंडारी, तेरी महिमा न्यारी....जैसे भजन, मंत्र व जयकारों से गूंजते रहे। कई शिवालयों में भंग, बर्फ इत्यादि से भोलेनाथ का विशेष शृंगार किया गया। शाम को दर्शन के लिए पट खोले तो भीड़ उमड पड़ी।