कोटा. इस बार नवरात्रों में बेहद दुर्लभ शुभ संयोग बन रहा है। बता दें, नवरात्र में सर्वार्थसिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग एकसाथ बनते नजर आएंगे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस सर्वसिद्धि योग को बेहद शुभ माना जा रहा है। जो पूजा उपासना में अभीष्ट सिद्धि देगा। आश्विन शुक्ल प्रतिपदा तिथि से नवरात्र शुरू होंगे जो इस बार 29 सितंबर रविवार से प्रारंभ और विदाई दशमी तिथि पर 8 अक्टूबर को होगी। इस वर्ष नवरात्र पूरे नौ दिन के रहेंगे।
ज्योतिषाचार्य अमित जैन के अनुसार देवी दुर्गा का आगमन हाथी पर और वापसी घोड़े पर होगी। देवी आगमन और गमन दोनों ही संकट की चेतावनी है। देश के कई भागों मे युद्ध के हालात बनेंगे। राजनीतिक क्षेत्र में उथल-पुथल मची रहेगी। व्यापार में निराशा और व्याकुलता , अर्थव्यवस्था की रफ्तार सुस्त होगी। ऐसा असर आगामी 6 महीने तक देखा जा सकता है।
हस्त नक्षत्र में खास संयोग से होगी शुरुआत
प्रतिपदा तिथि 28 सितंबर रात 11.55 से है जो दूसरे दिन रविवार को पूरे दिन रात 8.15 बजे तक रहेगी। हस्त नक्षत्र 28 सितंबर को रात 10.03 बजे से है और दूसरे दिन शाम 7.07 तक रहेगा।
किस दिन कौन सा योगे
29सितंबर: सर्वार्थ,अमृत सिद्धि
1 अक्टूबर : रवि योग
2 अक्टूबर : अमृत सिद्धि
3 अक्टूबर : सर्वार्थ सिद्धि
4 अक्टूबर : रवि योग
6 अक्टूबर : सर्वसिद्धि योग
घट स्थापना का शुभ मुहूर्त
प्रथम मुहूर्त : सुबह 6.22 से 7:45 बजे तक
दूसरा मुहूर्त : सुबह 7.51 से 12.17 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त : 11.54से दिन 12.41 बजे तक