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कोटा

लोको पायलट से पूछा कितने घंटे वर्किंग करते हो, जवाब पर बगले झाँकने लगे…फिर क्या बोले अधिकारी पढ़िए ये खबर

अधिकारियों की तीन टीम स्वर्ण मंदिर मेल से कोटा पहुंची

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कोटा

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Suraksha Rajora

May 08, 2019

कोटा. कोटा मंडल में संरक्षा इंतजामों की जांच के लिए बुधवार को स्पेशल ऑडिट शुरू हुई। पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्य संरक्षा अधिकारी सहित अधिकारियों की तीन टीम स्वर्ण मंदिर मेल से कोटा पहुंची।

 

टीम के सदस्य सीधे एकीकृत क्रू बुकिंग लॉबी पहुंचे और वहां सेफ्टी इंतजामों का जायजा लिया। यहां उन्होंने एक लोको पायलट से पूछा कि कितने घंटे वर्र्किंग करते हैं, इस पर जवाब दिया कि अधिकतम 10 घंटे। इस पर अधिकारी ने कहा, जब 11 घंटे काम करना पड़े तो फिर क्या करते हैं।

 

उनके इस संवाद पर कोटा मंडल के अधिकारी इधर-उधर देखने लगे7 दरअसल लोको पायलट से अधिकतम 9 घंटे ही ड्यूटी कराई जा सकती है। इसके बाद कई कार्य स्थलों का निरीक्षण किया। करेगी। यह टीम गुरुवार को नॉन इंटरलॉकिंग समपार फाटक सहित संरक्षा से जुड़े कई स्थलों का निरीक्षण करेगी।

 

कोटा से भवानीमंडी स्टेशन तक विंडों ट्रेलिंग निरीक्षण भी किया जाएगा। टीम के साथ अपर मंडल रेल प्रबंधक विनीत पाण्डेय, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी डॉ.रामनिवास मीना सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। मुंबई से आए पश्चिम मध्य रेलवे मे मुख्य संरक्षा अधिकारी ने अन्य कार्मिकों से संरक्षा से जुड़े कई सवाल पूछे। उन्हें चालकों को मिलने वाले नियमित विश्राम की भी जानकारी ली।