कोटा. जिले के सुल्तानपुर क्षेत्र के खेतों में नोलाइयों में आग लगाने के साथ ही अब हरे पेड़ भी नष्ट किए जाने लगे हैं। ऐसा ही कुछ मामला सुल्तानपुर नगर के समीप इटावा रोड पर शाहपुरा माइनर के निकट देखने को मिला। जहां अज्ञात किसानों द्वारा खेतों की नोलाइयों में लगाई गई आग ने बढ़ते बढ़ते सड़क किनारे लगे सैकड़ों हरे भरे पेड़ों को चपेट में ले लिया। सैकड़ों पौधे आग की चपेट में आ गए। सूचना मिलते ही सुल्तानपुर नगर पालिका की दमकल मौके पर पहुंची और 2 घंटे में आग पर काबू पाया। लेकिन ज्यों ही दमकल वापस लौटी तो कुछ ही देर बाद वापस पेड़ों में आग सुलग गई। जिसके बाद दोबारा दमकल मंगवा कर आग पर काबू पाया गया। इस मौके पर दीगोद तहसीलदार मनोज कुमार, नायब तहसीलदार अजहर बैग, रेंजर देवेंद्र पाल सिंह, थाना एएसआई शिवराज सिंह आदि मौके पर पहुंचे। जहां पेड़ों को जलते देख तहसीलदार द्वारा हल्का पटवारी को संबंधित खेत मालिकों के नाम सूचीबद्ध कर आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देशित किया।
लालच के चलते भी पेड़ गिराने की साजिश
गौरतलब है कि सुल्तानपुर नगर में इटावा रोड पर बड़ी संख्या में सड़क के दोनों और हरे भरे पेड़ लगे हैं। लेकिन अब इन पौधों की संख्या में तेजी से कमी हो रही है। अधिकांश खेत मालिकों द्वारा खेत की मेड को आगे बढ़ाने के चक्कर में इन पेड़ों में आग लगा दी जाती है। पर्यावरण प्रेमी उमाशंकर और हेमराज गुर्जर ने बताया कि सड़क किनारे लगे पौधे आग की चपेट में आकर गिर जाते हैं और फिर वनकर्मी सुबह आकर उन पेड़ों को काटकर अपने अधीन कर लेते हैं। लेकिन जिन्होंने आग लगाई उन पर कार्रवाई नहीं की जाती। हालांकि बुधवार को आगजनी से पेड़ नष्ट होने पर वन विभाग द्वारा खेत मालिकों के खिलाफ थाने में मामला दर्ज करवाने की बात कही गई है।
इस संबंध में कोटा जिला कलक्टर ओपी बुनकर ने कहा कि खेतों की नोलाइयो में आग जलाने पर कार्रवाई का प्रावधान है। सुल्तानपुर में आगजनी की घटना सामने आई है। बड़ी संख्या में पौधे आग की चपेट में आए हैं। इस मामले की जांच करवाई जाएगी। दोषियों पर आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
वहीं दीगोद एसडीएम एचडीसिह ने कहा कि खेतों की नोलाइया जलाने वालों पर सख्ती के साथ कार्रवाई की जाएगी। हरे भरे पौधे आग से तबाह हुए है।सम्बंधित अधिकारियों व पटवारी हल्का को निर्देशित किया जा चुका है। जांच रिपोर्ट बना कर उचित कार्रवाई करेंगे।