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Breaking News: कोटा पुलिस को लुटेरे मिले ना सोना, सिर्फ वाह-वाही लूटी

नकल व सोना लूट समेत कई ऐसे मामले भी हैं जिनमें पुलिस अभी तक मुख्य सरगनाओं तक नहीं पहुंच पाई है।

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कोटा

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Zuber Khan

Apr 11, 2018

Police case

police

कोटा . गत वर्षों की तुलना में इस साल शुरुआती तीन माह में ही कोटा शहर में गम्भीर अपराधों में न केवल बढ़ोतरी हुई है। वरन् हत्या और लूट समेत कई ऐसे मामले अभी भी अनसुलझे हैं जिनमें न तो पुलिस हत्या का कारण पता लगा सकी और न ही हत्यारो को तलाश पाई। नकल व सोना लूट समेत कई ऐसे मामले भी हैं जिनमें पुलिस अभी तक मुख्य सरगनाओं तक नहीं पहुंच पाई है।

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पिछले कुछ समय में जहां कोटा शहर में अपराधों में कमी आई थी। वहीं इस साल गम्भीर अपराधों में एक बार फिर से बढ़ोतरी हुई है। गत वर्ष मार्च तक जहां कोटा शहर में हत्या का 1 और लूट के 2 मामले दर्ज हुए थे। वहीं इस साल इसी अवधि में इनकी संख्या बढ़कर दोगुनी हत्याएं 4 और लूट के 8 मामले हो चुके हैं। इसी तरह गत वर्ष दुष्कर्म के 11 मामलों की तुलना में इस साल इनकी संख्या बढ़कर 23 हो गई है। इसी तरह से अन्य अपराध भी बढ़े हैं। पुराने और नए दर्ज मामलों में से हत्या, लूट व हाई प्रोफाइल नकल के ऐसे मामले हैं जिन तक पुलिस अभी पहुंच ही नहीं सकी है।

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3 माह से सरगनाओं व सोने को तलाश रही पुलिस

इस साल 22 जनवरी को नयापुरा थाने से महज कुछ ही दूरी पर दिनदहाडें हथियारबंद 4 बदमाश मणप्पुरम् गोल्ड फाइनेंस कम्पनी से 27 किलो सोना लूटकर ले गए थे। बिहार की मनीष गैंग द्वारा वारदात को अंजाम देने का पता चलने के बावजूद करीब तीन माह में भी पुलिस अभी तक मुख्य सरगनाओं को नहीं तलाश पाई है और न ही 27 किलो सोना बरामद हो सका है। सिर्फ लुटेरों की मदद करने और लुटेरों को बाइक व मोबाइल बचने वालों को ही पकड़कर पुलिस वाह वाही लूट रही है।

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हाईप्रोफाइल नकल के मुख्य सरगना नदारद

मार्च में हुई एसएससी की लिपिक भर्ती परीक्षा में हाईप्रोफाइल तरीके से नकल कराने के मामले का रेलवे कॉलोनी थाना पुलिस ने खुलासा किया था। मौके से 4 आरोपितों को गिरफ्तार कर उन्हें सलाखों के पीछे भी पहुचा दिया। लेकिन इस गिरोह को चलाने वाले मनीष व दीपक अभी भी पुलिस की पकड़ में नहीं आ सके हैं।

9 माह बाद भी अनसुलझा दम्पति हत्याकांड
रेलवे कॉलोनी थाना क्षेत्र में 15 जुलाई 2017 की देर रात को रेलवे से रिटायर्ड इंजीनियर बजरंग सिंह नरूका व उनकी पत्नी साधना सिंह की घर में घुसकर चाकू से गला रैतकर हत्या कर दी गई। इस वारदात को करीब 9 माह बीत चुके हैं। इसके बावजूद अभी तक पुलिस न तो हत्या का कारण पता लगा सकी और न ही हत्यारों का। यह मामला अभी भी पुलिस के लिए पहेली बना हुआ है।

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हवाला कारोबारी की हत्या 3 साल बाद भी पहेली

गुमापनुरा थाना क्षेत्र स्थित बहुमंजिला इमारत में गुजरात के हवाला कारोबारी महेश पटेल की घर में घुसकर चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। वारदात को तीन साल बीतने और तीन पुलिस अधीक्षकों के आने के बावजूद अभी तक कोई भी न तो हत्या का कारण और न ही हत्यारों को तलाश पाए हैं। मृतक के परिजन कई बार गुमानपुरा थाने आकर चक्कर लगा चुके हैं। लेकिन मृतक कोटा का नहीं होने से पुलिस भी उस पर अधिक ध्यान नहीं दे रही है।