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सुई से नस को ब्लॉक करके मरीज की त्रिनाड़ी शूल बीमारी का इलाज

कोटा. एमबीएस अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग ने त्रिनाड़ी शूल यानी ट्राइजेमिनल न्यूरालजिया का आरएफटीए के जरिए सफल ऑपरेशन किया। न्यूरो सर्जन डॉ. एसएन गौतम ने बताया कि बारां निवासी 55 वर्षीय मरीज राधेश्याम करीब 6 साल से चेहरे के दाईं तरफ असहनीय दर्द से की परेशान था। वह लगातार इलाज भी करवा रहा था, लेकिन आराम नहीं मिल रहा था। उस वजह से उसे खाना पीने, बोलने, सोने में मुश्किल हो रही थी। चेहरे पर रुक-रुक कर इलेक्ट्रिक करंट जैसे असहनीय दर्द बना रहता था।

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कोटा

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Abhishek Gupta

Oct 08, 2023

कोटा. एमबीएस अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग ने त्रिनाड़ी शूल यानी ट्राइजेमिनल न्यूरालजिया का आरएफटीए के जरिए सफल ऑपरेशन किया। न्यूरो सर्जन डॉ. एसएन गौतम ने बताया कि बारां निवासी 55 वर्षीय मरीज राधेश्याम करीब 6 साल से चेहरे के दाईं तरफ असहनीय दर्द से की परेशान था। वह लगातार इलाज भी करवा रहा था, लेकिन आराम नहीं मिल रहा था। उस वजह से उसे खाना पीने, बोलने, सोने में मुश्किल हो रही थी। चेहरे पर रुक-रुक कर इलेक्ट्रिक करंट जैसे असहनीय दर्द बना रहता था। इससे वह काफी परेशान हो गया। उसने न्यूरोसर्जरी विभाग में दिखाया। जांच में मरीज को त्रिनाड़ी शूल (ट्राइजेमिनल न्यूरालजिया) नाम की बीमारी होने का पता चली, जो दिमाग की नस में खराबी आने से होती है। शुक्रवार को मरीज को सुई से नस को ब्लॉक करके बीमारी का निवारण किया। इस प्रक्रिया को रेडियो फ्रीक्वेंसी ट्राईजेमिनल नर्व एबलेशन कहते है। जिसमें मरीज को बेहोश करने की आवश्यकता नहीं होती और नुकसान होने की संभावना भी कम होती है। अब मरीज बिल्कुल ठीक है।