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कोर्स डिजिटल इंडिया का, यूनिवर्सिटी चार महीने में भी नहीं बना पाई सर्टिफिकेट का वेब लिंक

डिजिटल सर्टिफिकेट भी नहीं दे पा रहा वीएमओयू  

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कोटा. वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय (वीएमओयू) अब राजस्थान स्टेट सर्टिफिकेट कोर्स इन इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आरएससीआईटी) का डिजिटल प्रमाण पत्र भी उपलब्ध नहीं करवाएगा। डेढ़ साल में छपाई का टेंडर करने में नाकाम रहने पर विवि ने परीक्षार्थियों को डिजिटल सर्टिफिकेट उपलब्ध कराने का फैसला किया था। लेकिन नोटिफिकेशन जारी करने के बाद भी विवि प्रशासन नई व्यवस्था लागू नहीं कर सका। प्रदेश की ज्यादातर सरकारी नौकरियों में कंप्यूटर की आधारभूत योग्यता अनिवार्य है। इसके लिए छह महीने में एक बार आरएससीआईटी परीक्षा आयोजित की जाती है।

राजस्थान नॉलेज कॉर्पोरेशन लि. (आरकेसीएल) ने इस परीक्षा के आयोजन, परिणाम घोषित करने और सफल अभ्यर्थियों को प्रमाण पत्र देने की जिम्मेदारी वीएमओयू को सौंप रखी है। वीएमओयू नवंबर 2017, जनवरी 2018 और अप्रेल 2018 की परीक्षाएं कराने के बाद परिणाम तो वेबसाइट पर घोषित कर चुका, लेकिन तीनों परीक्षाओं में शामिल हुए छह लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों को 'उत्तीर्णÓ प्रमाण-पत्र जारी नहीं कर सका।


डेढ़ साल से नहीं हुए टेंडर
आरएससीआईटी सर्टिफिकेट छपवाने के लिए वीएमओयू हर साल टेंडर निकालता है। लेकिन अन्दरूनी कारणों के चलते डेढ़ साल से टेंडर नहीं निकाला गया। छात्रों ने दवाब बनाया तो विवि ने मार्च में आयोजित प्रबंध मंडल की बैठक में ई सर्टिफिकेट जारी करने का प्रस्ताव पारित कर दिया। कुलपति के डिजिटल हस्ताक्षरों वाला ई-सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए छात्रों को अपने ज्ञान केंद्र पर आवेदन करना होगा। इसके बाद यह 'राज ई वॉलेटÓ में जारी किया जाएगा।

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अभी नहीं मिल रहा
बोम के फैसले पर अमल करने में ही विवि को चार महीने लग गए। जुलाई के आखिर में डिजिटल सर्टिफिकेट जारी करने का नोटिफिकेशन प्रकाशित हुआ, लेकिन छात्रों ने जब इसके लिए आवेदन करना शुरू किया तो पता चला कि वीएमओयू ने कोई वेब लिंक ही नहीं बनाया है। ऐसे में उसके लिए आवेदन नहीं किया जा सकता। खामियां सुधारने की बजाय परीक्षा विभाग ने प्रोविजनल सर्टिफिकेट जारी करना भी बंद कर दिया। युवाओं को अब किसी भी तरह का प्रमाण-पत्र नहीं मिल पा रहा है।
& तकनीकी खामियों के चलते आरएससीआईटी का डिजिटल सर्टिफिकेट जारी करने में अड़चनें आ रही हैं। जल्द ही इसे ठीक कर लिया जाएगा।
प्रो. अशोक शर्मा, कुलपति, वीएमओयू