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Big News…तो कोटा में प्यासे मर जाएंगे 2 हजार गोवंश

नगर निगम की ओर से संचालित बंधा धर्मपुरा गोशाला में सप्ताहभर से गोवंश गंभीर पेयजल संकट से जूझ रहा है।

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कोटा

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Zuber Khan

Mar 15, 2018

water crisis in Cow shed

कोटा . शहर से लेकर राज्य और केन्द्र में 'गो संरक्षक सरकारें होने के बाद भी नगर निगम की ओर से संचालित बंधा धर्मपुरा गोशाला में सप्ताहभर से गोवंश गंभीर पेयजल संकट से जूझ रहा है। यहां पानी की सप्लाई के लिए लगे चारों बोरिंग भूजल स्तर में गिरावट से हवा फेंकने लग गए। निगम प्रशासन पानी के बंदोबस्त के लिए फाइलें चला रहा है। हालत यह कि दान के पानी बलबूते 2000 से ज्यादा गोवंश जिन्दा हैं।

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समिति ने चेताया: मर सकते हैं प्यास से
गोशाला में दो हजार से अधिक गोवंश हैं। इस बार बारिश कम होने से पठारी क्षेत्र में भूमिगत जल में गिरावट आई है। इसके चलते यहां लगे 500 से 600 फीट गहरे 4 बोरिंग हवा फेंकने लग गए। गोशाला के बाहर लगा ट्यूबवेल निगम ठीक नहीं करवाया पाया। इस कारण गोशाला में पानी का गंभीर संकट हो गया है।

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गोशाला समिति ने महापौर व आयुक्त को कह दिया कि एक सप्ताह में पानी की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की तो भयावह स्थिति हो सकती है। गर्मी बढऩे के साथ पानी की जरूरत दोगुनी हो जाएगी। मवेशी प्यास से मर सकते हैं। नया बोरिंग कराने के लिए एक माह से फाइल निगम में एक टेबल से दूसरी टेबल पर घूम रही है।

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तीन साल से ठंडे बस्ते में एनिकट प्रस्ताव
गोशाला समिति ने तीन साल पहले गोशाला के पास गुजर रहे नाले पर एनिकट बनाने का सुझाव दिया था। तब निगम ने जल संसाधन विभाग के अभियंताओं से एनिकट की फिजिबिलटी का अध्ययन कराया था। उन्होंने भी सुझाव उपयुक्त माना था। इसके बाद निगम ने एनिकट का प्रस्ताव तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेज दिया, लेकिन वह ठण्डे बस्ते में पड़ा है। एनिकट बनने पर गोशाला में पानी की समस्या का स्थाई समाधान हो सकता है। इससे पानी पर हर साल खर्च किया जाना वाला मोटा बजट भी बच जाएगा।

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भामाशाह भेज रहे टैंकर
गोशाला समिति अध्यक्ष पवन अग्रवाल ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से चार टैंकर पानी प्रतिदिन भामाशाहों के सहयोग से कोटा से गोशाला भेजा जा रहा है। लाख कोशिशों के बाद तीन दिन पहले निगम ने एक छोटा टैंकर लगाया लेकिन यह पानी भी अपर्याप्त है। गोवंश अभी भी प्यासे हैं। महापौर और आयुक्त से नया बोरिंग लगवाने तथा मौजूदा ट्यूबवैल को गहरा करवाने की मांग की है। पूरी स्थिति से अवगत कराया जा चुका है। महापौर महेश विजय ने बताया कि गोशाला में बोरिंग की जरूरत है तो तत्काल नया बोरिंग करवाया जाएगा।