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भरने लगा ताकली बांध में पानी, टापू बनते नजर आने लगे गांव

मौसम: जिले में बरसे मेघ, कही तेज तो कही रिमझिम बारिश

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भरने लगा ताकली बांध में पानी, टापू बनते नजर आने लगे गांव

भरने लगा ताकली बांध में पानी, टापू बनते नजर आने लगे गांव

कोटा. जिले के चेचट कस्बे में एक सप्ताह से क्षेत्र में हो रही बारिश से नदी में पानी आने से ताक़ली बांध में पानी की आवक शुरू हो गई। बांध में लगातार पानी आने से दूर-दूर पानी ही पानी नजर आने लगा है।
गांधी सागर के जंगल में हो रही लगातार बारिश के बाद ताक़ली नदी में पानी आने से ताक़ली बांध में भी आवक शुरू हो गई। बांध के डूब क्षेत्र के गांव टापू बनते नजर आने लगे। नदी से लगातार पानी आने से बांध का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि काफी सालों बाद बांध में पानी भरता हुआ देखने को मिल रहा है। आसपास के ग्रामीण बांध की पाल पर बांध को देखने पहुंच रहे हैं।
यह है बांध की भराव क्षमता
सहायक अभियंता अशोक मीणा ने बताया कि समुद्रतल से नदी की लेवल 335 मीटर है, जबकि बांध की भराव क्षमता लेवल के आधार पर 350.50 मीटर है। अभी तक 345 मीटर लेवल तक बांध में पानी आया। बांध का गेट का लेवल 347 मीटर है। बांध में पानी की भराव क्षमता 33.74 मिलियन क्यूबिक मीटर है। जबकि इसमें अभी तक 1.6 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी की आवक हुई है एवं लगातार पानी की आवक हो रही है।
सिंचाई विभाग ने दी थी चेतावनी
ताक़ली बांध डूब क्षेत्र में आने वाले गांवों के लोगों को सरकार ने अनुग्रह राशि देने व आवंटित स्थान पर भूखंड उपलब्ध करवाने के बाद विभाग ने इस साल बांध में पानी भरने का आदेश जारी कर डूब क्षेत्र के गांव खाली करने की चेतावनी दी थी। लोगों ने गांव खाली भी कर दिए एवं आवंटित भूखंडों पर कच्चे, पक्के मकान बनाकर रहने लग गए।
जमकर बरसे मेघ, खेत हुए लबालब
वहीं कुंदनपुर क्षेत्र में गुरुवार को सुबह हुई बारिश ने खेतों को लबालब कर दिया। अब किसान खेतों में बा आते ही खरीब की फसल की बुहाई कर सकेंगे। हालांकि कुछ किसान पूर्व की बारिश में ही सोयाबीन की बुवाई कर चुके है। शेष किसानों का इंतजार अब खत्म हो जाएगा। इस बारिश से किसान खुश है। इससे पूर्व रात्रि को शुरू हुई बारिश सुबह 11 बजे तक कभी तेज तो कभी रिमझिम जारी रही। क्षेत्र के धीराहेड़ी, जालीहेडा, मालीहेडा, विनोदखुर्द, झोपड़िया, बम्बूलिया समेत कई गांवों में खेत लबालब नजर आए।
रावतभाटा क्षेत्र में बुधवार देर रात और गुरुवार सुबह 10 बजे बाद झमाझम बरसात का दौर शुरू हुआ जो लगभग 1 घंटे तक जारी रहा। झमाझम बरसात से नालों में पानी की आवक हो गई। सड़कों पर पानी बह निकला। बरसात से उमस और गर्मी से परेशान लोगों को राहत मिली। बरसात होने से क्षेत्र में फसल बुवाई के लिए किसान खाद और बीज लेने के लिए दुकानों पर आ रहे हैं। बुधवार देर रात को हुई बरसात से भी शहर में लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली।