हाड़ौती अंचल में बर्फीली हवा के कारण कड़ाके की सर्दी का असर रहा। जाड़े ने पूरी तरह से जकड़ लिया है। शीतलहर ने धूजणी छुड़ा दी। ग्रामीण क्षेत्रों में फसलों व अन्य स्थानों पर बर्फ की परत जम गई। धनिया, अफीम व सब्जियों की फसलों पर पाला पडऩे की आशंका जताई जा रही है।
कोटा में शीतलहर से लोग कंपकंपाते रहे। गलन के कारण हाथ-पैर सुन्न हो गए। दिन में मौसम साफ रहा, तेज धूप खिलने से सर्दी से राहत रही, लेकिन वाहनों पर हवा शूल सी चुभती रही। शाम ढलने के बाद शीतलहर ने आमजन को घरों में दुबकने को मजबूर कर दिया। न्यूनतम तापमान में भी लगातार गिरावट देखने को मिल रही है।
मौसम विभाग के अनुसार, नए कोटा का अधिकतम तापमान 19.6 व न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस रहा। तीन दिन में 10 डिग्री तक पारा गिर गया। 13 जनवरी को न्यूनतम तापमान 14.6 डिग्री सेल्सियस था, जबकि एक सप्ताह पहले ही न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री तक पहुंच गया था। इस सीजन में यह दूसरी बार है, जब पारा गिरा है।
फिर लुढक़ा तापमान, खेतों में जमी बर्फ
बारां जिले में शीतलहर से लोग कंपकंपाते रहे। न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस रहा। हरनावदाशाहाजी, अटरू तहसील के झाड़ोता, नारायणपुरा व कनोटिया, बमोरी, डडवाडा क्षेत्र में पौधों और घास पर ओस की बूंदों से बर्फ जम गई। इससे क्षेत्र में फसलों पर पाला पडऩे की आशंका जताई जा रही है। बूंदी जिले में सर्द हवा दिनभर शूल की भांति चुभती रही। खेतों में अलसुबह ओंस की बूंदें जमने लगी हैं।
तापमान एक बार फिर से लुढक़कर 4.2 डिग्री सेल्सियस तक आ पहुंचा। बूंदी शहर में सुबह से धूप खिली, लेकिन सर्द हवा के आगे सूर्यदेव की किरणें नम पड़ गई। लोग अलाव जलाकर सर्दी से बचने का जतन करते रहे। अधिकतम तापमान 19.2 व न्यूनतम 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। झालावाड़ जिले में सर्दी का सितम जारी है। शीतलहर ने लोगों को धूजणी छुड़ा दी। अधिकतम तापमान 19 व न्यूनतम 4 डिग्री रहा। फसलों में पाला पडऩे की संभावना है।