
कुचामनसिटी. पेड़ लगाकर उनकी सार-संभाल नियमित रूप से करने की जिम्मेदारी दी।
ब्लॉक साक्षरता समन्वयक चंपालाल कुमावत ने सभा को संबोधित करते हुए विद्यार्थियों को अधिकाधिक संख्या में पेड़ लगाकर उनकी सार-संभाल नियमित रूप से करने की जिम्मेदारी दी। उन्होंने बताया कि शैश्वावस्था में यदि बच्चों की देखभाल उचित रूप में नहीं की जाए तो वे कुपोषित हो जाते हैं और विकसित नहीं हो पाते उसी प्रकार वृक्षों को लगाकर उनकी देखरेख कर उन्हें बड़ा करना भी महत्वपूर्ण है, इसके पश्चात् आजीवन वे हमारी सेवा करते हैं।
समग्र शिक्षा अभियान के संदर्भ व्यक्ति लक्ष्मण शर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए छात्रों को वर्तमान में हो रहे पर्यावरण प्रदूषण से आगाह करते हुए इसके समाधान की दिशा में अपनी तरफ से कुछ कारगर कदम उठाने को लेकर छात्रों को कम से कम एक पेड़ लगाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि पेड़ धरती का शृंंगार है साथ ही ये प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से संपूर्ण जीव जगत को प्रभावित करते हैं। हमारा जीवन इन पर ही अवलंबित है। वर्तमान में जनसंख्या वृद्धि निरंतर हो रही है, किन्तु वृक्षों की संख्या उसके अनुपात में नहीं बढ़ पा रही है। ऐसे हम सबका परम कर्तव्य है कि हम अधिकाधिक पेड़ लगाकर इस पर्यावरण को जीव जगत के लिए अनुकूल बनाएं।
किया भौतिक सत्यापक-
प्रधानाचार्य रामेश्वरलाल खाचरिया ने विद्यार्थियों को पर्यावरण सभा से प्रेरित होकर पेड़ लगाने तथा बड़ा होने तक उनकी नियमित देखभाल करने पर जोर दिया। साक्षरता समन्वयक कुमावत पीईईओ से लोक शिक्षा केंद्र की सामग्री हस्तांतरण की जानकारी ली एवं भौतिक सत्यापन किया। साथ ही पुस्तकालय को नियमित संचालित कर नवसाक्षरों को लाभान्वित करने का आग्रह किया। संदर्भ व्यक्ति शर्मा ने शनिवारीय बालसभा का अवलोकन कर छात्रों में सृजनात्मकता एवं अभिव्यक्ति कौशल को जाग्रत कर विकसित करने की दिशा में बाल सभा को अत्यंत महत्वपूर्ण प्रयास बताया। इस अवसर पर व्याख्याता लक्ष्मणराम खाचरिया, राजेंद्र कुमार, व.अ. रामनिवास, नरेन्द्र कुमार, रेशमा देवी, मंजू, अध्यापक कानाराम, मंजुला शर्मा, व.लि. शंकर सिंह, जगदीश राम एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
Published on:
27 Jul 2019 06:40 pm
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