
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी। फोटो- पत्रिका
कुचामनसिटी। बहुचर्चित रमेश रूलानिया हत्याकांड की जांच में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। गैंगस्टर रोहित गोदारा-वीरेन्द्र चारण गैंग को फर्जी सिमकार्ड की सप्लाई करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। गाजियाबाद और दिल्ली के आरोपियों को बुधवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उन्हें 12 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा।
जांच के दौरान पुलिस ने वारदात में उपयोग ली गई पांच संदिग्ध सिमकार्ड का रिकॉर्ड खंगाला। ये सिमकार्ड गाजियाबाद से जारी किए गए थे। असली मालिकों ने भी यह जानकर हैरानी जताई कि उनके दस्तावेजों का दुरुपयोग कर फर्जी सिम खरीदी गई थी। गिरफ्तार आरोपियों में ईशु शर्मा पुत्र राधेश्याम (26) निवासी गाजियाबाद, कुनाल पुत्र सुरेश (25) निवासी शाहदरा, दिल्ली और दिवाकर गौतम पुत्र रामजीलाल (25) निवासी शाहदरा शामिल हैं।
सीआई सतपाल सिंह ने बताया कि सिमकार्ड एजेंट ईशु शर्मा से पूछताछ में पता चला कि दिल्ली निवासी कुनाल ने उसे लालच देकर पांच सिमकार्ड खरीदे। ईशु ने दस्तावेजों का दुरुपयोग कर सिमकार्ड बेच दिए। कुनाल ने खुलासा किया कि उसने यह काम दिवाकर गौतम के कहने पर किया। पांच सिमकार्ड दिवाकर को दिए गए, जिन्हें आगे गैंग के सदस्यों तक पहुंचाया गया।
पुलिस ने यह भी पता लगाया कि 25 सितंबर को फर्जी सिमकार्ड गाजियाबाद से दिल्ली पहुंच गए थे। अब पुलिस दिवाकर से यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि सिमकार्ड किस गैंगस्टर या शूटर को दिए गए। थानाधिकारी सीआई सतपाल सिंह ने बताया कि कार्रवाई में जिला डीएसटी टीम के हेड कांस्टेबल गजेन्द्र सिंह, कांस्टेबल कमलेश कुमार, सुशील कुमार, प्रेमचंद डीडवाना, छोटूराम और लालसिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
Updated on:
10 Dec 2025 09:25 pm
Published on:
10 Dec 2025 09:19 pm
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