29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इन सीटों पर भाजपा की हार के कारण, बीजेपी विधायकों की ढीली पकड़ और भितरघाती भाजपाई

कुशीनगर के खड्डा और कप्तानगंज में भाजपा को हराने वाले खुद भाजपा के ही लोग थे, बागी उम्मीदवार और विभिषणों ने किया नुकसान।

3 min read
Google source verification
Yogi Adityanath

योगी आदित्यनाथ

कुशीनगर. नगर निकाय के चुनाव में दो सीटें जीत कर भाजपा ने किसी तरह से अपनी लाज तो बचा ली लेकिन एक कठोर सच यह है कि जिले की सात में से पांच सीटों पर भाजपा हार गईं है। भाजपा व उसके सहयोगी दल के विधायकों की ढीली होती पकड़ और पार्टी में खत्म होता अनुशासन ने इन सीटों पर भाजपा की लुटिया डूबो दी। टाऊन एरिया सेवरही को छोड़कर शेष चार सींटे भाजपा व उसके सहयोगी दल के विधायकों के क्षेत्र में स्थित हैं लेकिन विधायक पार्टी की साख नहीं बचा पाए। मालूम रहे कि कुशीनगर जनपद में तीन नगरपालिका और चार नगरपंचायतें हैं। पडरौना व हाटा नगरपालिका के अध्यक्ष की कुर्सी भाजपा की झोली में तो आ गई लेकिन नगरपालिका कुशीनगर समेत टाऊन एरिया खड्डा, सेवरही, रामकोला और कप्तानगंज में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा।

नगर पंचायत खड्डा से पुराने भाजपाई छोटेलाल वर्मा की पुत्रवघु संगीता वर्मा को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया था। परंतु खड्डा से भारतीय जनता पार्टी के विधायक जटाशंकर त्रिपाठी इस सीट पर पार्टी प्रत्याशी को जीत नहीं दिला सके जबकि भाजपा विधायक जटाशंकर त्रिपाठी की पैरवी पर ही संगीता वर्मा को टिकट मिला था। इतना ही नहीं संगीता वर्मा को टिकट मिलते ही विधायक के दो करीबी पार्टी कार्यकर्ताओं ने बगावत का विगुल फूंक दिया और अपनी पत्नियों को चुनाव मैदान में उतार दिया। बात यही पर नहीं रूकी इन बागी भाजपा कार्यकर्ताओं को खड्डा के कई भाजपा नेता मदद करने मे लग गए और विधायक इस बगावत को रोक नहीं सके। खड्डा टाउन एरिया में भाजपा का अनुशासन तार-तार हो गया।

रामकोला विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत स्थित टाऊन एरिया कप्तानगंज से भाजपा ने रामप्रताप सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया था। रामकोला विधानसभा सीट से भासपा के रामानंद बौद्ध विधायक हैं। कप्तानगंज से रामप्रताप सिंह को टिकट मिलते ही यहां के एक बडे़ स्थानीय नेता ने पर्दे के पीछे से पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ मुहिम छेड़ दिया। वजह सिर्फ इतनी थी कि विधायक रामानंद बौद्ध से इस नेता के संबंध अच्छे नहीं हैं। नतीजा यह रहा कि कप्तानगंज में भाजपा प्रत्याशी मुकाबले से काफी दूर पांचवें स्थान पर पहुंच गया। रामकोला नगरपंचायत सीट से भाजपा ने कविता देवी को अपना प्रत्याशी बनाया था।

इस प्रत्याशी के लिए भासपा विधायक रामानंद बौद्ध ने धुआंधार प्रचार किया था लेकिन भाजपा प्रत्याशी कविता 867 मतों से हार गईं। कुशीनगर विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक हैं लेकिन नगरपालिका कुशीनगर के लिए हुए चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को तीसरे स्थान पर रही। नगरपालिका पडरौना से अध्यक्ष पद के भाजपा प्रत्याशी विनय जायसवाल चुनाव 985 मतों से जरूर जीत गए लेकिन अनुशासित कही जाने वाली भारतीय जनता पार्टी के कई नेता उनके राह में कांटे बिछाते रहे।
by AK Mall