वहीं लखीमपुर मामले पर जिस तरह से विपक्ष ने किसान आंदोलन से जोड़कर सरकार पर दबाव बनाया है। उससे कहीं न कहीं खुद सरकार भी बैक फुट पर ही दिखाई दे रही है। लखीमपुर मामले में अभी तक कुल 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं आशीष मिश्रा के डेंगू पुष्टि होने के बाद उन्हें जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया है। जिसकी कड़ी निगरानी के लिए सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी कर दी गई है।
डेंगू के संदेह पर केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा को जेल के अस्पताल से निकालकर जिला अस्पताल लाया गया है। डेंगू की आशंका के साथ ही आशीष मिश्रा मोनू का शुगर भी बढ़ा है।
आपको बताते चलें कि तीन अक्टूबर को तिकुनिया में हुई हिंसा के मुख्य आरोपित आशीष मिश्रा मोनू बीती नौ अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। इस केस की जांच कर रही एसआइटी को दोबारा मोनू की दो दिन की कस्टडी रिमांड मिली थी।
आशीष मिश्रा को लेकर अब तक पुलिस इस बात की पुष्टि नहीं कर सकी है कि घटना स्थल पर आशीष था या नहीं। पुलिस को अब फोरेंसिक लैब से आशीष और अंकित दास के असलहों की बैलेस्टिक रिपोर्ट आने का इंतज़ार है। जबकि दोनों ही मुख्य आरोपियों की मोबाइल की सीडीआर समेत बीटीएस टावर से सिग्नल कंजेशन रिपोर्ट भी हासिल नहीं हो सकी है। वहीं आशीष मिश्रा के मोबाइल फोन की साइबर रिपोर्ट भी अब तक नहीं ली जा सकी है। इन्हीं सबके बाद पुलिस किसी थ्योरी तक पहुंचेगी।