क्या है पूरा मामला?
यह मामला बिहार के सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर प्रखंड का है। चाइल्ड हेल्पलाइन और बचपन बचाओ आंदोलन की टीम की सक्रियता और पुलिस के सहयोग की वजह से नाबालिग को बचा लिया गया, लेकिन शादी तब तक हो चुकी थी। पुलिस ने शादी के मंडप से लड़का और लड़की को अपने कब्जे में करने के साथ-साथ शादी कराने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार भी कर लिया। यूपी से शादी करने बिहार आया था दूल्हा
छापेमारी में चाइल्ड हेल्पलाइन के किशन कुमार, कृष्ण कुमार सिंह, बचपन बचाओ आंदोलन एनजीओ के सहायक प्रोजेक्ट अधिकारी मुकुंद कुमार चौधरी, पुअनि अमृत पाल और महिला पुलिस शामिल थी। दूल्हा यूपी के लखीमपुर खीरी जिला के दुर्गापुरवा गांव के मंगली प्रसाद के पुत्र शिव कुमार है। पुलिस की पूछताछ में यह बात सामने आई कि शिव कुमार के गांव का युवक मोहम्मद इकबाल है, जो पैसे लेकर नाबालिग बच्चियों की शादी करवाता है। इकबाल ने ही शिव कुमार की शादी कराने के लिए उससे 70 हजार रुपए लिए थे।