25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

10 वर्षीय बच्चे ने की आत्महत्या? निर्माणाधीन घर पर मिला शव

उत्तर प्रदेश के ललितपुर में 10 वर्ष के छात्र की हत्या हुई है। बालक का शब्द चाचा के घर पर पाया गया। यह हादसा है या आत्महत्या, अनसुलझी गुत्थी का पता लगाने के लिए पुलिस लगातार जांच कर रही है।

2 min read
Google source verification
पुलिस ने तोड़ा दरवाजा तो कमरे में सव देखकर सभी हैरान, परिवार वालों ने कहा हमें नहीं जानकारी

पुलिस ने तोड़ा दरवाजा तो कमरे में सव देखकर सभी हैरान, परिवार वालों ने कहा हमें नहीं जानकारी

उत्तर प्रदेश के ललितपुर में एक 10 वर्षीय छात्र की मौत ने सबको सकते में डाल दिया है। छात्र का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ पाया गया है जिससे कि उसके आत्महत्या करने की आशंका जताई गई है। परिजनों के मुताबिक लड़का शाम 5 बजे से घर से गायब था। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

चाचा के घर में मिला शव

मामला सदर कोतवाली अंतर्गत बड़ापुरा का है। यहां के निवासी रामचरण कुशवाहा के 10 वर्षीय पुत्र सोनू का शव एक निर्माणाधीन घर में फांसी के फंदे पर लटका हुआ पाया गया। घर उसके चाचा का है। घर के बाहर ताला लगा हुआ था। परिजनों के मुताबिक सोनू कक्षा 5वीं का छात्र था। हादसे से पहले वह बाहर खेलने गया था। मां ने जब उसे चाय पिलाने के लिए खोजा तो वह नहीं मिला। काफी खोजबीन के बाद, चाचा के निर्माणाधीन घर का ताला खोला गया तो वहां फांसी के फंदे पर उसकी लाश मिली।

किसी से नहीं दुश्मनी

सोनू की मौत से पूरा परिवार सकते में है। परिजनों का कहना है कि उसकी किसी से दुश्मनी नहीं थी न ही किसी से विवाद था। ऐसे में बच्चे की मौत एक अनसुलझी कहानी बन गई है।

परिवार में सबसे छोटा था सोनू

सोनू तीन भाई-बहनों में सबसे छोटा और माता-पिता का सबसे दिला रहा बच्चा था। ऐसी आशंका जताई गई है कि सीढ़ियों के रास्ते सोनू चाचा के निर्माणाधीन घर पहुंचा था। पुलिस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है और यह हत्या है या आत्महत्या इसका पता लगा रही है।

मामले में अपर पुलिस अधीक्षक गिरजेश सिंह का कहना है कि प्रथम दृश्यता आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। लेकिन ऐसी क्या परिस्थिति रही होगी कि बच्चे को आत्महत्या करनी पड़ गई होगी। उन्होंने ये भी कहा कि बच्चे की अच्छी-बुरी हरकतों पर ध्यान दें। उनके हालातों का जायजा ले और उन्हें मोबाइल फोन कत्तई न दें। अगर दे भी रहे हैं तो इस पर ध्यान दें कि वह क्या कर रहे हैं। हो सकता है बच्चे ने किसी कारणवश आत्महत्या की हो।