2024 में हो सकती है लॉन्च
दुनिया की सबसे बहुमूल्य प्रौद्योगिकी कंपनियों में से एक ऐपल जल्द ही वाहन निर्माता कंपनी भी बनने जा रही है जो अपनी पहली इलेक्ट्रिक ऐपल कार से ऑटो इंडस्ट्री में प्रवेश करेगी। यह एक तरह की आई डिवाइस कार (iDevice) होगी जो तमाम आधुनिक तकनीकों से लैस होगी। हाल ही अफवाह थी कि ऐपल ने कार बनाने का काम 2021 तक के लिए रोक दिया है लेकिन इस नए समझौते से स्पष्ट है कि योजना पर लगातार काम चल रहा है। खबर है कि कंपनी साल 2024-25 तक अपनी कार मार्केट में उतारने की तैयारी कर रही है।
ऐपल कार इसलिए होगी अलग
जून 2017 में ऐपल के सीईओ टिम कुक (apple CEO Tim Cook) ने ऐपल कार का सबसे पहले जिक्र किया था। यह ऑटोनोमस ड्राइविंग सॉफ्टवेयर पर आधारित होगी। इसका सबसे आकर्षक हिस्सा इसकी अब तक की सबसे बेहतरीन कार बैट्री है जो इसे अपने समकालीन प्रतिद्वंद्वियों से अलग खड़ा करती है। सूचना है कि कंपनी सेल्फ ड्राइविंग तकनीक के लिए टीएसएमसी प्रोसेसर (TSMC processor) का इस्तेमाल करेगी। वहीं ऑटो इंडस्ट्री विशेषज्ञों का मानना है कि ऐपल की कार में लेटेस्ट सी1 चिप (Latest C1 Chip) और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आई-ट्रैकिंग (AI Eye-Tracking) फीचर भी होंगे।
एशिया नहीं अमरीका में होगी मैन्युफैक्चरिंग
यह भी चर्चा है कि जॉर्जिया स्थित किआ माटर्स ये टेक्नोलॉजी ऐपल को उपलब्ध करवाएगी। इसलिए ह्यूंडाई की बजाय किआ मोटर्स के साथ डील फाइनल होने की संभावना ज्यादा है। अगर सबकुछ संभावनाओं के अनुसार हुआ तो 2022 तक ऐपल की कारें किआ के जॉर्जिया स्थित वेस्ट प्वॉइंट प्लांट में निर्मित होंगी। पहले एशिया में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने की चर्चा थी लेकिन इसकी संभावना कम ही है। ऐपल अपनी कार को ‘फ्यूचर की टेक्नोलॉजी’ बता चुका है। टेस्ला के मुकाबले यह पूरी तरह से एक सेल्फ ड्राइविंग ऑटोनोमस कार होगी जिसमें ड्राइवर सीट नहीं होगी।