केन्द्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने ऑनलाइन फर्जीवाडे और साइबर क्राइम की बढ़ती घटनाओं और शिकायतों के चलते एक बैठक ली। इस बैठक में उन्होंने बताया कि सरकार किस तरह इन जालसाजों पर शिकंजा कसेगी। उन्होंने कहा कि ये जालसाज लोगों को फर्जी कॉल और मैसेज के जरिए उनकी बैंक डिटेल्स मांगकर ठगी करते हैं। ऐसे में डिजिटल इंटेलीजेंस यूनिट, लोकल पुलिस, बैंक और सर्विस प्रोवाइडर एजेंसियों के साथ मिलकर फर्जीवाडा करने वाले इन जालसाजों पर शिकंजा कसेगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सरकार की यह डिजिटल इंटेलीजेंसी यूनिट एक नोडल एजेंसी के तौर पर काम करेगी। यह यूनिट पुलिस, साइबर सेल, बैंक, ऑनलाइन पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर्स और टेलीकॉम कंपनियों के साथ मिलकर काम करेगी। ये आपस में मिलकर जालसाजों पर शिकंजा कसेंगे। बता दें कि पुलिस और दूसरी एजेंसियों के बीच तालमेल और सामंजस्य की कमी के चलते ये जालसाज कार्रवाई से बच जाते थे। लेकिन अब ये सभी एजेंसिया मिलकर इन जालसाजों को पकड़ेगी।
बता दें कि देश में फर्जी कॉल और मैसेज के जरिए किए जाने वाले ऑनलाइन फर्जीवाड़े के हरियाणा के मेवात और झारखंड के जमताड़ा जिले के गिरोह सबसे ज्यादा सक्रिय हैं। जमताड़ा पर तो एक वेब सीरीज भी बन चुकी है। यहां के गिरोह लोगों को फर्जी कॉल कर या मैसेज के जरिए उनके बैंक डिटेल्स और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल कर लेते है और उनके साथ फर्जीवाडा करते हैं।