इसलिए पसंद ऐंड्रॉएड
क्योंकि एन्ड्रॉएड निर्माता अपने डिवाइस में माइक्रोसॉफ्ट सॉफ्टवेयर का जिस तरह से उपयोग करते हैं उससे मुझे चीजों को ट्रैक करने में आसानी होती है। एन्ड्रॉएड फोन को चलाना बहुत आसान है और ये लगभग सभी तरह की ऐप्स और टेक्नोलॉजी को आसानी से एडॉप्ट कर लेते हैं। इसका सॉफ्टवेयर ऑॅपरेटिंग सिस्टम के साथ आसानी से कनेक्ट होता है। इसलिए मुझे आइफोन की बजाय एन्ड्रॉएड पसंद है।’
पुराने प्रतिद्वंदी हैं गेट्स और जॉब्स
हालांकि, कुछ लोगों को बिल गेट्स के ये तर्क थोड़े अजीब लगे क्योंकि आज यूजर्स किसी भी आइफोन स्टोर से माइक्रोसॉफ्ट ऐप्स डानलोड कर उसे अपने आइफोन में आइओएस 14 के साथ एक डिफॉल्ट ब्राउजऱ और ईमेल ऐप के रूप में समायोजित कर सकते हैं। ये सभी जानते हैं कि बीते सालों में एंड्रॉइड और ऐप्पल ने कभी एक-दूसरे का रास्ता नहीं काटा। बिल गेट्स और दिवंगत स्टीव जॉब्स एक दूसरे के कट्टर प्रतिद्वंदी थे। लेकिन दोनों एक दुसरे का बहुत सम्मान भी करते थे। इसका उदाहरण है एक इंटरव्यू में बिल गेट्स की जॉब्स के प्रति कही एक बात जो साबित करती है की दोनों में स्वस्थ प्रत्स्पर्धा थी। दरअसल, एक इंटरव्यू में जब गेट्स से पूछा गया की क्या एलोन मस्क स्टीव जॉब्स से बेहतर इन्नोवेटर हैं तो बिल गेट्स का जवाब था नहीं, वे ऐसा नहीं मानते, स्टीव जॉब्स की जगह कोई नहीं ले सकता। दिवंगत स्टीव जॉब्स ने एक बार स्वीकार किया था कि उनके जीवन का मिशन एंड्रॉइड को ‘नष्ट’ करना था, क्योंकि वे इसे चोरी का उत्पाद मानते हैं।