अभी तक इनके नाम पर लगी मुहर
ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, नासा 2021 से मानव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए चंद्रमा पर भेजना शुरू कर देगा। स्पेस डॉट कॉम की मानें तो दिवंगत विज्ञान-कथा लेखक और स्पेस ओडेसी शृंखला के लेखक ऑर्थर सी. क्लार्क के डीएनए को भी चांद पर अंतिम संस्कार के लिए जाने वाले मृतकों में शामिल किया जाएगा। जुलाई 2021 में, कंपनी का रोबोटिक पेरेग्रीन लैंडर अंतरिक्ष यान चंद्रमा लैक्सस मोर्टिस के उत्तरपूर्वी भाग के एक क्षेत्र में अंतिम संस्कार और कैप्सूल में करीब 100 लोगों के अवशेषों और डीएनए के नमूनों के साथ उतरेगा। यह पेलोड अपने साथ टाइम कैप्सूल, शवदाह अवशेष और डीएनए नमूनों के प्रतीकात्मक भाग लेकर जाएगा।
अपोलो मिशन के नाम पर रखा नाम
सेलेस्टिस इन्कॉर्पोरेशन ने अपनी खास सर्विस को ‘लूना 02′ (LUNA 02) और ट्रैक्वेलिटी फ्लाइट’ (Tranquality Flight) नाम दिए हैं। ऐसा उन्होंने दुनिया के पहले चंद्र मिशन अपोलो को सम्मान देने के लिए किया है। सेलेस्टिस के सीईओ और सह-संस्थापक चार्ल्स शेफर का कहना है कि ये दोनों नाम मृतकों के परिवारों की मन की शांति और मृतक व्यक्तियों के अंतिम विश्राम स्थल का भी प्रतीक हैं। चंद्रमा पर अंतिम संस्कार के अलावा सेलेस्टिस अलग-अलग मिशन विकल्प भी प्रदान करती है। शेफर का कहना है कि हमारी लूना सेवा परिवार और दोस्तों को एक ऑफ प्लेनेट सेवा की सुविधा देती है जो इससे पहले संभव नहीं था। यह परिजनों को अपने प्रिय सदस्य के अंतिम विश्राम स्थल के रूप में याद करने के लिए ताउम्र आसमान में चमकते रहने वाला एक अनुस्मारक प्रदान करता है। यह परियोजना सेलेस्टिस का 18वां मेमोरियल स्पेसफ्लाइट मिशन है। स्पेस कंपनी इससे पहले मृतकों के अवशेषों को चांद की सतह, पृथ्वी की कक्षा और सब-ऑर्बिटल स्पेस में पहुंचा चुकी है।
Moon Burial: कुछ खास बातें
-6पाउंड राख लेकर जाएगा कंपनी का पेलोड
-5 हजार डॉलर में पृथ्वी की बाहरी कक्षा तक सैर का मौका भी
-12,500 डॉलर में चंद्रमा तक की सैर का ऑफर भी शामिल है
-4x4x4 के क्यूबसैट में मृतकों की राख और अवशेष ले जाए जाएंगे
-जुलाई, 2021 से संभवत: मिशन की शुरुआत करेंंगी दोनों कंपनियां नासा के साथ