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Ayushmann Khurrana Lifestyle: बिना फोन, सिंपल खाना और नेचर से प्यार, जानिए आयुष्मान खुराना के हेल्दी लाइफस्टाइल और फिजिक का सीक्रेट…

Ayushmann Khurrana Lifestyle: आयुष्मान खुराना की फिटनेस और हेल्दी लाइफस्टाइल का राज क्या है? जानिए कैसे छोटे बदलावों ने उन्हें खुद को अंदर से मजबूत और बाहर से फिट बना रखा हैं।

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भारत

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Nisha Bharti

Jun 05, 2025

Ayushmann Khurrana Lifestyle

Ayushmann Khurrana Lifestyle प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो क्रेडिट- पत्रिका)

Ayushmann Khurrana Lifestyle: बॉलीवुड एक्टर आयुष्मान खुराना न सिर्फ अपनी एक्टिंग से लोगों को इम्प्रेस करते हैं, बल्कि उनकी सोच और लाइफस्टाइल भी कई लोगों के लिए इंस्पिरेशन बन सकती है। उन्होंने हाल ही में इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने खुलकर बताया कि कैसे उन्होंने अपनी दिनचर्या, खानपान और जीवनशैली में छोटे-छोटे लेकिन जरूरी बदलाव किए हैं। अगर आप भी सेहतमंद और सुकून भरी जिंदगी की तलाश में हैं तो आयुष्मान की लाइफ से बहुत कुछ सीख सकते हैं।

स्वाद से ज्यादा जरूरी हो गई है सेहत

इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में, आयुष्मान बताते हैं कि पहले खाना केवल स्वाद के लिए होता था पर अब वह शरीर और मन की जरूरत के हिसाब से खाते हैं। घर का बना सादा खाना, साबुत अनाज, मौसमी फल सब्जियां और संतुलित भोजन उनकी दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है। (Ayushmann Khurrana Diet Plan)

वो कहते हैं, ''कुल्फी जैसी मीठी चीजें अब भी पसंद हैं, लेकिन उन्हें खास मौकों के लिए बचाकर रखता हूं। उनका मानना है कि खाने का मतलब सिर्फ पेट भरना नहीं, बल्कि हर निवाले को महसूस करना और यह सोचना है कि जो खा रहे हैं, वह शरीर के लिए सही है या नहीं।''

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दिन की शुरुआत योग और मेडिटेशन से

आयुष्मान ने आगे बताते हैं कि, वो अपनी सुबह की शुरुआत फोन या सोशल मीडिया से नहीं करते, बल्कि योग और मेडिटेशन से करते हैं। इसके बाद थोड़ा समय कविता या संगीत के लिए निकालते हैं।

वे कहते हैं, “फोन स्क्रॉल करना ब्रेक नहीं है, वह और थकान देता है। मैं कोशिश करता हूं कि घास पर नंगे पांव चलूं, हल्के स्ट्रेच करूं या बस चुपचाप बैठकर पानी पीते हुए आसमान देखता रहूं।''

पर्यावरण को लेकर भी करते है ये काम

आयुष्मान मानते हैं कि पर्यावरण की देखभाल कोई ट्रेंड नहीं, बल्कि जिम्मेदारी है। वे सिंगल-यूज प्लास्टिक से दूरी बनाते हैं और कपड़े का रुमाल या स्टील के बर्तन इस्तेमाल करते हैं। वे हर दिन 10 मिनट का 'डिजिटल डिटॉक्स' करते हैं यानी बिना फोन के शांति से बैठते हैं। उनका मानना है कि छोटे बदलाव भी बड़ा असर ला सकते हैं।

वे कहते हैं, ''जो बदलाव आज करेंगे, वही कल को बेहतर बनाएंगे।'' उनके ये छोटे लेकिन असरदार फैसले हमें भी सोचने पर मजबूर कर देते हैं कि हम अपनी लाइफ और नेचर के लिए क्या कर रहे हैं।