1. रेस्त्रां शिष्टाचार की शुरुआत वहां पहुंचने के साथ ही हो जाती है। इसलिए अगर आप मेहमान हैं तो तब तक ना बैठें जब तक मेजबान की तरफ से इशारा ना मिले। औपचारिक भोज होने पर अगर सबके लिए नियत स्थान तय है तो अपने नाम वाली मेज पर जाकर बैठ जाएं।
2. अगर महिलाएं भी समूह में सम्मिलित हैं तो उनके बैठने के बाद ही कुर्सी ग्रहण करें। इसके अलावा आप उनके बैठने के लिए धीरे से कुर्सी पीछे कर सकते हैं।
3. जैसे ही आप भोजन के लिए अपनी जगह पर बैठें तो वहां रखा नैपकिन अपनी गोद में बिछा लें। खाने के बाद उठने पर नैपकिन को मेज पर अपनी दाईं तरफ तह करके रख दें।
4. पानी या अन्य पेय पदार्थ पीने के बाद उस गिलास को उसी स्थान पर वापस रख दें।
5. कांटे और छुरी से खाने का भी एक अलग सलीका होता है। कांटे को अपने दाएं हाथ में और छुरी को बाएं हाथ से पकड़ें। कांटे द्वारा खाने की चीज को दबा कर छुरी से उतना हिस्सा ही काटें जितना मुंह में आ जाए। इसके बाद छुरी को अपनी प्लेट में रख दें और कांटे से कौर को मुंह में डालें।
6. भोजन की मेज पर कभी भी अकेले ही बीच में धूम्रपान या मदिरापान शुरू ना करें। अगर आपके साथ आए लोगों या मेजबान द्वारा प्रस्ताव दिया गया है तब आप धूम्रपान या मदिरापान कर सकते हैं।
7. खाना खाने के दौरान अपनी कोहनियों को मेज पर ना रखें। साथ ही जब आप कांटे और छुरी का उपयोग नहीं कर रहे हैं तो अपने हाथों को अपनी गोद में रखें।
8. अगर खाने की कोई वस्तु आपसे दूर रखी है तो खुद आगे झुककर लेने की बजाय किसी और से उसे आप तक पहुंचाने के लिए कहें।
9. भोजन के अंत में छुरी और कांटे को एक-दूसरे के समानांतर प्लेट में तिरछा इस प्रकार रखें कि दोनों के निचले हिस्से आपकी तरफ हों।