DIY Detan Pack: धूप और प्रदूषण के कारण स्किन काफी डैमेज हो जाती है। ऐसे में त्वचा डल और बेजान नजर आती है। लेकिन घर पर दिए गए आसान उपायों से इस समस्या का हल संभव है। आइए जानते हैं Detan Pack बनाने की विधि।
DIY Detan Pack: गर्मियों और धूप में बाहर निकलने से चेहरे और हाथों पर टैनिंग होना आम बात है। टैनिंग न केवल रंगत को फीका कर देती है, बल्कि त्वचा को बेजान भी बना देती है। बाजार में मिलने वाले डिटैनिंग प्रोडक्ट्स में केमिकल्स हो सकते हैं, जो स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसे में घरेलू उपायों से बेहतर कुछ नहीं। आज हम आपको बता रहे हैं एक आसान और असरदार Detan Pack बनाने की विधि, जो न सिर्फ टैनिंग हटाएगा बल्कि त्वचा को गोरा, मुलायम और चमकदार भी बनाएगा।
-2 चम्मच बेसन
-1 चम्मच मुल्तानी मिट्टी
-1 चम्मच नींबू का रस
-2 चम्मच टमाटर का रस
-1 चम्मच दही
-एक चुटकी हल्दी
-1 चम्मच गुलाब जल
-एक साफ कटोरी में सबसे पहले बेसन और मुल्तानी मिट्टी मिलाएं।
-अब इसमें नींबू का रस, टमाटर का रस और दही डालें।
-ऊपर से एक चुटकी हल्दी और एक चम्मच गुलाब जल डालें।
-सभी चीजों को अच्छे से मिलाकर एक स्मूद पेस्ट तैयार करें। जरूरत हो तो थोड़ा गुलाब जल और मिला सकते हैं।
-इस पेस्ट को अपने चेहरे, गर्दन और हाथों पर अच्छी तरह लगाएं।
-15 से 20 मिनट तक इसे सूखने दें।
-जब पैक हल्का सूखने लगे तो गीले हाथों से स्क्रब करते हुए निकालें।
-फिर सादे पानी से धो लें और मॉइश्चराइजर लगा लें।
-बेसन त्वचा को साफ और टैन फ्री बनाता है।
-मुल्तानी मिट्टी स्किन को ठंडक देती है और डीप क्लींजिंग करती है।
-नींबू और टमाटर में नैचुरल ब्लीचिंग एजेंट होते हैं जो टैन हटाने में बेहद कारगर हैं।
-दही त्वचा को नमी देता है और उसे सॉफ्ट बनाता है।
-हल्दी एंटीसेप्टिक है जो त्वचा को हेल्दी रखती है।
-गुलाब जल स्किन को टोन करता है और ठंडक देता है।
इस पैक को आप हफ्ते में 2 से 3 बार लगा सकते हैं। लगातार उपयोग से कुछ ही दिनों में टैनिंग हटेगी और चेहरा और हाथ नेचुरल ग्लो करने लगेंगे।अगर आपकी त्वचा सेंसिटिव है तो नींबू का रस डालने से पहले पैच टेस्ट जरूर करें।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।