
Oats face pack for skin whitening
Oats Face Pack: गर्मियों के मौसम में तेज धूप और UV किरणें त्वचा की रंगत को बिगाड़ देती हैं, जिससे चेहरा डल और रुखा दिखने लगता है। अगर आपकी त्वचा भी इसी तरह प्रभावित हुई है, तो घरेलू और प्राकृतिक उपाय अपनाना ज्यादा फायदेमंद होगा।ओट्स स्किन को एक्सफोलिएट करने के साथ-साथ उसे सॉफ्ट और ग्लोइंग बनाता है। आइए जानते हैं इसके इस्तेमाल के कुछ आसान तरीके।
ओट्स से बना फेस पैक इस्तेमाल करने से स्किन में ग्लो आता है और मुंहासों की समस्या कम हो सकती है। यह चेहरे के दाग-धब्बों को हल्का करने में मदद करता है और बढ़ती उम्र के लक्षण जैसे झुर्रियों से भी राहत दिलाता है। अगर त्वचा ड्राई, डल या खुजली से परेशान है, तो ओट्स का पेस्ट लगाने से ठंडक और आराम महसूस होता है। साथ ही, ओट्स स्किन को मॉइस्चराइज करता है और नमी बनाए रखने में सहायक होता है।
अगर आपकी स्किन टैन हो गई है और आप एक असरदार घरेलू नुस्खा ढूंढ रहे हैं, तो ओट्स और दही से बना यह फेस पैक आपके चेहरे की सारी डलनेस को कुछ ही दिनों के इस्तेमाल से हटा सकता है।इसके लिए 2 चम्मच ओट्स लें और उसे दरदरा पीस लें। फिर उसमें 1 चम्मच ताजा दही मिलाकर एक अच्छा पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं। चाहें तो इसे पूरे शरीर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। फिर हल्के हाथों से कुछ देर तक रगड़ें और धो लें।दही में मौजूद लैक्टिक एसिड त्वचा को ब्राइट करता है, और ओट्स एक्सफोलिएशन में मदद करता है।
यह असरदार फेस पैक आपके चेहरे से डेड स्किन को बाहर निकाल सकता है । बस कुछ ही दिनों के इस्तेमाल से।शहद त्वचा को मॉइस्चराइज करता है और ओट्स डेड स्किन हटाता है, जिससे स्किन साफ और सॉफ्ट बनती है।इसे बनाने के लिए 1 चम्मच ओट्स, 1 चम्मच शहद और थोड़ा सा गुलाब जल मिलाकर एक स्मूद पेस्ट तैयार करें।फिर चेहरे पर लगाएं, 20 मिनट तक रखें और हल्के गुनगुने पानी से धो लें।
अगर आपको इंस्टेंट फ्रेशनेस चाहिए, तो आप इस आसान फेस पैक का इस्तेमाल कर सकते हैं।खीरे की ठंडक टैनिंग को कम करती है और ओट्स स्किन को फ्रेश लुक देता है।इसके लिए 1 खीरे का रस निकालें और उसमें 2 चम्मच ओट्स मिलाएं। फिर बने हुए पेस्ट को चेहरे पर लगाएं, हल्के हाथों से रगड़ें और कुछ देर बाद ठंडे पानी से धो लें।इसका हफ्ते में दो बार इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Updated on:
14 May 2025 04:18 pm
Published on:
14 May 2025 03:53 pm
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