
How to control mood swings naturally
Mood Swings: मूड स्विंग्स और इमोशन्स का हमारे जीवन पर गहरा असर पड़ता है। जब मूड स्विंग और इमोशंस कंट्रोल न हो तो पूरा दिन भी खराब हो सकता है। यह बदलाव स्वाभाविक है, लेकिन अगर यह ज्यादा हो, तो यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है। लेकिन इसे आसान तरीकों से कंट्रोल किया जा सकता है। यहां कुछ उपाय दिए गए हैं, जिनसे आपको बेहतर महसूस हो सकता है।
कारण: मूड स्विंग और इमोशंस कंट्रोल न होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे पीरियड्स, बाहर का मौसम और रोजाना के तनाव।
मूड स्विंग के लक्षण: चिड़चिड़ापन, अचानक उदासी और आवेगपूर्ण व्यवहार।
मूड स्विंग और इमोशंस को नियंत्रित करने के तरीके को समझने का पहला कदम उन बदलावों को स्वीकार करना है। इससे आपको रियलिटी को स्वीकार करना फायदेमंद हो सकता है।
भावनाओं को नियंत्रित करने के लिए उन बातों को अपने प्रियजन से शेयर करें, जिससे आपका दिल हल्का हो। साथ ही, उन्हें स्वीकार करना आपको उनसे निपटने में मदद कर सकता है।
जब भी अपना मूड खराब लगे तो गहरी सांस लेने से शुरुआत करें। धीमी, गहरी सांसें आपके तंत्रिका तंत्र को शांत कर सकती हैं।
अगर आप विचलित महसूस कर रहे हैं, तो आप पसंदीदा काम करने जैसे थोड़ी देर टहलने जाना, संगीत सुनना, पढ़ना या प्रकृति में समय बिताना, इससे आपको शांत रहने में मदद मिल सकती है।
जर्नल रखने से आपको अपने दिन के बारे में सोचने में मदद मिल सकती है।
अगर आपका मन बहुत खराब हो रहा है और मूड बहुत खराब है, तो अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने से मदद मिल सकती है।
सुनिश्चित करें कि आप संतुलित आहार लें, जिसमें संपूर्ण खाद्य पदार्थ, फल, सब्जियां और लीन प्रोटीन शामिल हों। शराब और अन्य नशे की चीज़ों से दूर रहना भी मदद कर सकता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
08 Feb 2025 12:04 pm
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