Naturally Darken Grey Hair : जब आईने में पहली बार सफेद बाल (Grey Hair) दिखे तो जैसे दिल ही बैठ जाता है। कोई माने या न माने ये उम्र बढ़ने का सीन है ही बड़ा अजीब सा। अब आजकल लोग सीधा केमिकल वाले हेयर डाई उठा लेते हैं कहीं पार्टी में जाना है, कहीं शादी में दिखना है, कलर करवा लिया लेकिन उन डाई में क्या-क्या मिला होता है इसका अंदाजा भी नहीं होता। बाल झड़ना, खुजली, कभी-कभी तो एलर्जी सब उन्हीं की मेहरबानी है।
अब हर कोई चाहता है कि बाल फिर से पुराने जैसे चमकदार, काले और हेल्दी दिखें वो भी बिना केमिकल्स के। कुछ घरेलु ट्रिक्स जड़ी-बूटियां, घर की चीज़ें उनमें कोई तो जादू था। सदियों से लोग इनका इस्तेमाल करते आ रहे हैं सफेद बालों (Grey Hair) को फिर से काला करने के लिए। ये सिर्फ रंग नहीं देतीं, जड़ों तक जान डाल देती हैं, मेलेनिन भी बढ़ाती हैं (जो असली कलर देता है) और स्कैल्प को भी ट्रीट करती हैं। तो अगली बार जब बालों की व्हाइट स्ट्राइप्स देखो तो केमिकल्स की तरह मत भागो नेचर के पास भी कमाल के ऑप्शन हैं बस ट्राई तो करो।
क्या आप जानते हैं कि आपकी रसोई में मौजूद काली चाय सिर्फ पीने के लिए ही नहीं बल्कि आपके बालों के लिए भी जादुई है? इसमें मौजूद टैनिन बालों को गहरा रंग देने और उनकी चमक बढ़ाने में मदद करते हैं। यह बालों को काला करने और उनकी ताकत वापस लाने के लिए बेहतरीन मानी जाती है। यह असम और दार्जिलिंग जैसे क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर उगाई जाती है जहां की जलवायु इसके लिए अनुकूल है।
मेहंदी या हिना सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली जड़ी-बूटियों में से एक है जो बालों को काली चमक देती है और सफेद बालों (Grey Hair) को प्राकृतिक रूप से काला करती है। यह बालों को मजबूत और स्वस्थ विकास भी प्रदान करती है। भारतीय परंपरा में मेहंदी का उपयोग केवल बालों के लिए ही नहीं बल्कि शुभ अवसरों पर हाथों और पैरों पर लगाने के लिए भी किया जाता है।
भारतीय करौदा के नाम से भी जाना जाने वाला आंवला, बालों के लिए एक डीप-कंडीशनर और बालों को काला करने वाले गुणों के लिए प्रसिद्ध है। इसका उपयोग प्राचीन काल से बालों के झड़ने और मजबूत बालों के लिए किया जाता रहा है। आंवला विटामिन सी का एक पावरहाउस है जो न केवल बालों के लिए, बल्कि समग्र स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। आयुर्वेद में इसे रसायन माना गया है, जिसका अर्थ है कायाकल्प करने वाला।
सेज का उपयोग बालों को काला करने वाले एजेंट के रूप में लंबे समय से किया जा रहा है। यह मेलेनिन जो बालों के रंग के लिए जिम्मेदार पिगमेंट है उसे फिर से बनाने में मदद करता है। सर्वोत्तम परिणामों के लिए सेज का उपयोग रोजाना एक बार करना चाहिए। यह भूमध्यसागरीय क्षेत्र की मूल निवासी जड़ी-बूटी है और अपने औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है।
गुड़हल का उपयोग लंबे समय से सफेद बालों को स्वाभाविक रूप से काला करने और असमय सफेदी (Grey Hair) को रोकने के लिए किया जाता रहा है। इस जड़ी-बूटी में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन होते हैं जो मेलेनिन का उत्पादन करते हैं। इसके फूलों को रात भर पानी में भिगो दें और अगली सुबह उस पानी को तेल के साथ मिलाकर सफेद बालों पर लगाएं जिससे वे प्राकृतिक रूप से काले हो सकें। गुड़हल का फूल भारत में कई घरों में आसानी से मिल जाता है और पूजा-पाठ में भी इसका इस्तेमाल होता है।
तो अगली बार जब आप अपने सफेद बालों को देखें तो केमिकल वाले डाई की बजाय इन प्राकृतिक उपायों को आजमाएं। यह न केवल आपके बालों को सुंदर बनाएंगे, बल्कि उन्हें स्वस्थ भी रखेंगे। क्या आप भी इन प्राकृतिक उपायों को आजमाने के लिए उत्सुक हैं?
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।
Published on:
06 Jul 2025 05:50 pm