
अंतरिक्ष में क्या करने की है मनाही
Things Astronauts Cant do in Space: अंतरिक्ष की दुनिया को समझने का काम लगातार चल रहा है। इसलिए धरती से एस्ट्रोनॉट वहां जा रहे हैं। पर उनके के लिए अंतरिक्ष में जीना आसान नहीं होता है। जो काम वो धरती पर आसानी से लेकर लेते हैं वहां नहीं कर सकते। ऐसे एक नहीं करीब 9 काम हैं जो एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला (shubhanshu shukla axiom 4 nasa launch) या सुनीता विलियम्स (Sunita Williams Latest Update) हो या कोई भी अंतरिक्ष यात्री नहीं कर सकता। चलिए हम जानते हैं कि अंतरिक्ष में किस तरह के काम नहीं कर सकते (Things Can’t do in Space) या ना करने की मनाही है।
जिस पेन से आप धरती पर आसानी से लिख पाते हैंं। इसी पेन से आप अंतरिक्ष में नहीं लिख सकते हैं। इसका कारण ये है कि अंतरिक्ष में शून्य गुरवात्कर्षण होता है जिस कारण स्याही नीब की तरफ नहीं जाएगी। इसलिए यहां पर लिखने के लिए आपको खास प्रकार के कलम का प्रयोग करना होगा। इस स्पेस में लिखने के लिए “स्पेशल फिशर पेन” का इस्तेमाल होता है।
आप सोच रहे हैं कि अन्तरिक्ष में पिज्जा, ग्रील्ड चिकन खा सकते हैं तो बीयर या कोल्ड ड्रिंक क्यों नहीं पी सकते हैं। ऐस इसलिए क्योंकि, इन दोनों ड्रिंक्स में कार्बन डाई ऑक्साइड (CO2) गैस होती है। जब इसे धरती पर खोलते हैं तो ये CO2 वायुमंडल में चले जाते हैं लेकिन अंतरिक्ष में वायुमंडल नहीं है। इस कारण इसको पीने से पेट में दिक्कत होगी क्योंकि, पूरा CO2 पेट में चला जाएगा। इस कारण कई तरह की समस्या हो सकती है। अंतरिक्ष में हेल्थ इश्यू होने से नीचे लाने तक में कुछ भी हो सकता है। इस कारण से अंतरिक्ष में बीयर या कोल्ड ड्रिंक नहीं पी सकते हैं।
धरती पर भले ही आपको कई तरह के राइट्स हैं कुछ करने के। मगर अंतरिक्ष की दुनिया में आपको इसके लिए मनाही है। आप वही करेंगे जो ISS की गाइडलाइन कहती है। आप अपने मन मुताबिक कुछ भी नहीं कर सकते हैं।
सीटी बजाना धरती पर आसान है लेकिन अंतरिक्ष में नहीं। क्योंकि, खुले वातावरण में ध्वनि संचार के लिए वायु प्रमुख माध्यम होता है। लेकिन अंतरिक्ष में हवा नहीं है। ये प्रमुख कारण है कि सीटी स्पेस में नहीं बजा सकते हैं।
साथ ही जान लें कि वायु नहीं होने के कारण आप खुले में बोल नहीं सकते। क्योंकि, आपकी आवाज दूसरे के कान तक नहीं पहुंचेगी। इसलिए अंतरिक्ष यात्री रेडियो संचार प्रणाली (Radio Communication System) का उपयोग करके आपस में बात करते हैं। या इशार कर के बताते हैं। इसके अलावा उनके हेलमेट में माइक्रोफोन और स्पीकर लगे होते हैं, जो उनकी आवाज को रेडियो तरंगों में बदलकर दूसरे यात्री तक बात को पहुंचाने में मदद करते हैं।
हम धरती पर दिशा (पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण) का लगा लेते हैं। क्योंकि, पृथ्वी पर कम्पास की मदद से हम दिशाओं का पता लगा लेते हैं। लेकिन वहां पर कंपास काम नहीं करता है। इसलिए अन्तरिक्ष में "दिशा या ऊपर या नीचे" जैसा कुछ भी नहीं होता है।
जिस तरह से आप धरती पर धीरे से या जोर से रो सकते हैं। आंसू बहा लेते हैं। लेकिन अंतरिक्ष में आप रो नहीं सकते। क्योंकि, आंसू निकलना मुश्किल होता है। अगर आंसू निकला भी तो गिर नहीं सकता है क्योंकि, गुरत्वाकर्षण नहीं होता है।
इसके पीछे एक कहानी है जिसको जानकर आप समझ जाएंगे कि ऐसा क्यों है। बात 1965 की है जब जॉन यंग और गस ग्रिसम नाम के अंतरिक्ष यात्रियों ने चोरी से एक कॉर्न बीफ सैंडविच अपने साथ रख लिया। लेकिन जब उन्होंने खाने के लिए निकाला तो अंतरिक्ष में ब्रेड के टुकड़े हो गए और वहां तैरने लगे।इसके बाद NASA ने ब्रेड ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया।
अंतरिक्ष में बाथरूम होता है। आप वहां पर पॉटी जा सकते हैं लेकिन नहाने की कोई व्यवस्थान हीं होती है। एक तो पानी की समस्या है। इतना पानी ले जाना संभव नहीं है। इसलिए गीले कपड़े से अंतरिक्ष यात्री खुद को साफ करते हैं।
अंतरिक्ष में सिगरेट नहीं पीने के कई कारण बताए जाते हैं। अंतरिक्ष यान में वातावरण कंट्रोल किया जाता है, जहाँ ऑक्सीजन का स्तर पृथ्वी से ज्यादा होता है।
यहां ज्यादा ऑक्सीजन होने की वजह से आग लगने का खतरा बहुत बढ़ जाता है। साल 1967 में अपोलो 1 हादसा हुआ था, जिसमें ज्यादा ऑक्सीजन के कारण आग लगी थी। इसलिए, नासा (NASA) और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियां किसी भी ज्वलनशील चीज (लाइटर, माचिस) को ले जाने की अनुमति नहीं देती।
Updated on:
26 Jun 2025 04:35 pm
Published on:
19 Mar 2025 12:59 pm
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